बेरमो/चंद्रपुरा. 15 अप्रैल को बांग्ला नव वर्ष यानि पोयला बोयशाख मनाया जायेगा. इसको लेकर बेरमो कोयलांचल के बंगाली समुदाय में उत्साह है. मंदिरों में पूजा कर लोग सुख-समृद्धि की कामना करेंगे. एक-दूसरे को शुभकामनाएं देंगे. महिलाएं घरों में रंगोली सजायेंगी. व्यवसाय से जुड़े लोग अपने-अपने प्रतिष्ठान में पूजा कर नया खाता-बही शुरू करेंगे. इस अवसर पर कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे. लोग स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठायेंगे. घरों में मछली, मीठा और मिष्टी दोय (मिठा दही) तो अनिवार्य रूप से परोसे जायेंगे. बेरमो के बंग समाज से जुड़े श्यामल कुमार सरकार, सुजीत कुमार घोष, आशीष चक्रवर्ती, एच अधिकारी, दुर्गा दास, श्रीधर सरदार, देवी दास, भुवन नाग, आसिम प्रमाणिक, तापस मुखर्जी अमृता बसाक आदि ने कहा कि हर साल पोयला बोयशाख का बेसब्री से इंतजार रहता है. इस साल भी पारंपरिक तरीके से इसे मनाया जायेगा.
चंद्रपुरा में बना था बैसाखी क्लब
डीवीसी के चंद्रपुरा थर्मल में एक समय बंगाली समुदाय के लोगों की संख्या काफी थी. मगर अब गिनती के ही परिवार रह गये हैं. चंद्रपुरा में दुर्गा पूजा, लखी पूजा व काली पूजा में सबसे अधिक योगदान इन्हीं लोगों का रहता था. पोयला बोयशाख मनाने के लिए ही डीवीसी ने मुख्य बाजार के निकट बैसाखी क्लब बनाया था. यहां शाम में काफी संख्या में लोग जुटते थे और रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन होता था. अब पहले जैसा आयोजन नहीं होता है. बोकारो थर्मल में भी बंग समाज के लोग काफी संख्या में हैं.
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