Crime News| बोकारो, रंजीत कुमार : बोकारो जिले के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र से एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां बड़े भाई अजय गुप्ता ने 1 लाख 40 हजार में अपने छोटे भाई 23 वर्षीय धनंजय गुप्ता के जीवन का सौदा कर दिया. अजय ने इसके एवज में अपने दोस्त करण को 1 लाख रुपए एडवांस भी दिया था. इसके बाद भाड़े के हत्यारों ने बीते 5 मई को धनंजय की हत्या कर दी. हत्यारों में रोहित यादव और अभिषेक कुमार महतो का नाम शामिल है.
दोनों हत्यारे भेजे गए जेल
घटना के बाद डॉग स्क्वाड, तकनीकी शाखा, एफएसएल और मानवीय सूचना के सहारे एसपी की एसआइटी टीम ने अनुसंधान शुरू किया. पुलिस ने 72 घंटे के बाद मामले का उद्भेदन करते हुए भाड़े के दोनों हत्यारों को धर दबोचा. पूछताछ के बाद दोनों को आज गुरुवार को जेल भेज दिया गया. एसआइटी साजिशकर्ता अजय गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. एसआइटी में चास मु अंचल इंस्पेक्टर रूपेंद्र कुमार राणा, पिंड्राजोरा थाना प्रभारी अभिषेक कुमार रंजन, पुअनि शुभम कुमार गोप, पुअनि विवेक कुमार पांडेय, पुअनि उदय शंकर शर्मा, पुअनि धीरज उरांव, पुअनि धमेंद्र कुमार, पुअनि अनिकेत कुमार शामिल थे.
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शोरूम के पास मिला था शव
पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र की पुलिस को 5 मई की सुबह एनएच 23 फोरलेन के किनारे शो रूम के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव होने की सूचना मिली थी. इस संबंध में मृतक की पत्नी काजल कुमारी ने पिंड्राजोरा थाना में कांड संख्या 104/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी. इसके बाद एसपी मनोज स्वर्गियारी के निर्देश पर चास एसडीपीओ प्रवीण सिंह ने एसआइटी टीम का गठन किया. टीम द्वारा लगातार छापेमारी के बाद घटना में शामिल दो हत्यारों को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया.
अपनी साली से एकतरफा प्रेम करता था अजय
एसडीपीओ ने बताया कि हत्यारों से पता चला कि मृतक धनंजय गुप्ता का बड़ा भाई अजय गुप्ता है. उसकी शादी हरला थाना क्षेत्र के बसंती मोड़ सेक्टर 9 स्थित कृष्णा की बड़ी बेटी लक्ष्मी कुमारी के साथ हुई थी. जबकि अजय अपनी पत्नी की छोटी बहन काजल कुमारी से एकतरफा प्रेम करता था. उससे भी शादी करना चाहता था. लेकिन काजल कुमारी अपने जीजा अजय गुप्ता के छोटे भाई धनंजय कुमार से प्रेम करती थी. वह उससे शादी करना चाहती थी. एक साल पूर्व धनंजय गुप्ता से काजल की शादी हो गयी. धनंजय जीवन यापन के लिए टोटो चलाया करता था. शादी के बाद सभी बोकारो में ही रहते थे.
अजय के दोस्त करण ने की पूरी प्लानिंग
धनंजय के बाद के बाद अजय गुप्ता अपने छोटे से बदला लेना चाहता था. इसी बात को लेकर अजय गुप्ता ने अपने मित्र करण राय, रोहित यादव व अभिषेक कुमार महतो से घटना को लेकर चर्चा की. धनंजय की हत्या को लेकर 1 लाख 40 हजार रुपए में सौदा तय किया. 4 मई को योजना के अनुसार करण ने भाड़े के हत्यारों को शो रूम के पास बुलाया. वहां ले जाकर धारदार चाकू से धनंजय की हत्या कर सभी वहां से फरार हो गए.
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