बोकारो, बोकारो स्टील प्लांट ने डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए गुरुवार को अपने कोलियरी डिवीजन में एसएपी प्रणाली का सफलतापूर्वक रोल-आउट किया. इस प्रणाली का औपचारिक उद्घाटन बीएसएल के निदेशक प्रभारी बीके तिवारी ने ऑनलाइन किया. कोलियरी डिवीजन के अंतर्गत आनेवाली इकाईयां, चासनाला, जीतपुर, टासरा, रामनगर माइंस व सीसीएसओ, जो झारखंड व पश्चिम बंगाल में स्थित हैं, अब एसएपी प्रणाली से जुड़ गयी हैं.
एक मई अब श्रमिक दिवस के साथ ‘डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन डे’ भी बना
यह महत्वपूर्ण पहल कोलियरी डिवीजन को बीएसएल की वर्तमान एसएपी-सक्षम प्रणाली के साथ सफलतापूर्वक एकीकृत करती है, जिससे कार्य प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, दक्षता और डिजिटल समन्वय को बल मिला है. श्री तिवारी ने कहा कि एक मई अब श्रमिक दिवस के साथ बीएसएल के लिए ‘डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन डे’ भी बन गया है. कोलियरी डिवीजन में एसएपी का यह कार्यान्वयन केवल तकनीकी उन्नयन नहीं, बल्कि हमारे संगठन की परिवर्तन शीलता, सहयोग और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता का परिचायक है.झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस डिवीजन में एक मई 2024 को लागू हुई थी प्रणाली
उल्लेखनीय है कि 2021 में बीएसएल में झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस व कोलियरी डिवीजन का विलय होने के बाद इनमें एसएपी प्रणाली के एकीकरण की आवश्यकता महसूस की जा रही थी. तकनीकी रूप से जटिल इस प्रक्रिया को बीएसएल की सीएंडआइटी व संबंधित विभागों की टीमों के संयुक्त प्रयासों ने संभव बनाया है. डेटा ट्रांसफर, प्रक्रिया एकीकरण व यूजर प्रशिक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को कुशलतापूर्वक संपन्न करते हुए पहले झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस डिवीजन में एक मई 2024 को लागू किया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है