राधेश्याम सिंह, तलगड़िया, चास प्रखंड के अलकुशा पंचायत के धनडाबर गांव में तत्कालीन जमींदार स्व मंसाराम चौबे की ओर से स्थापित श्री श्री मां दुर्गा पूजा की तैयारी अंतिम चरण में है. यहां पूजा 254 वर्षों से हो रही है. स्व चौबे ने मन्नत पूरी होने पर मां दुर्गा की स्थापना की थी. अभी पत्थर का भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है, जो पहले झोपड़ी थी. यहां पर बलि प्रथा है. परंपरा के अनुसार इस मंदिर में एक ही पटरा पर मां दुर्गा, सरस्वती, लक्ष्मी, भगवान गणेश, कार्तिक, जया, विजया, महिषासुर, सिंह की मूर्ति का निर्माण किया जाता है. चंदनकियारी के मूर्तिकार कार्तिक सूत्रधार सहयोगी सजल सूत्रधार निर्माण कर अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. मंदिर का रंग-रोगन अंतिम चरण पर है. मंदिर की भव्य सजावट की जा रही है. गुरु संतोष उपाध्याय, रामनारायण उपाध्याय, पुरोहित श्यामल उपाध्याय, मुख्य व्रती शूलपाणि ओझा द्वारा पूजा की जायेगी. यहां षष्ठी तिथि से मंदिर में पूजा शुरु हो जाती है. धनडाबर, अलकुशा, सिमरियाटांड़, बांघडीह, बोदरो, पारटांड़, गिद्धटांड़ व आसपास गांवों का वातावरण भक्तमय हो जाता है. यहां मां की विदाई पर सिंदूर खेला की प्रथा है. पूजा को लेकर कुलगुरु, पुरोहित, स्व चौबे के वंशज व ग्रामीण जुटा हुए हैं. इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा.
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