कसमार, जरीडीह प्रखंड के अराजू स्थित शिलाडीह टोला में झारखंड स्थापना दिवस की रजत जयंती व भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर शनिवार को एक समारोह आयोजित कर धरती आबा बिरसा मुंडा की प्रतिमा का आवरण किया गया. कार्यक्रम में भारत आदिवासी समाज के अध्यक्ष विनोद किस्कू मुख्य अतिथि व भाजयुमो नेता विनोद महतो, विधायक बेरमो के निजी सचिव विनोद महतो, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष पंकज मरांडी, जिप सदस्य सुनीता टुडू, सुनील टुडू, ब्रजमोहन मांझी, महेंद्र कुमार नायक, संतोष कुमार नायक, चीकू मेहता विशिष्ट अतिथि थे. विनोद किस्कू ने कहा कि सभ्यता और आधुनिकता की दौड़ में हम अपनी जड़ों को नहीं भूल सकते. शिलाडीह जैसे गांवों में बिरसा की प्रतिमा का स्थापित होना सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का केंद्र है. हमारा लक्ष्य साफ होना चाहिए, धरती, जंगल, जल और पहचान की रक्षा. विनोद महतो ने कहा कि झारखंड 25 साल पूरे कर चुका है, लेकिन असली विकास, तभी संभव होगा जब हम गांवों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जोड़ेंग. बिरसा मुंडा का संदेश यही था कि हर इंसान सम्मान के साथ जिए. हमें उनके आदर्शों को जीवन में उतारना होगा. सुनीता टुडू ने कहा कि महिला शक्ति और जनजातीय अस्मिता, दोनों को मजबूत करने की जरूरत है. पंकज मरांडी ने कहा कि आज की यह ऐतिहासिक तिथि हमें याद दिलाती है कि झारखंड आंदोलन सिर्फ राजनीतिक संघर्ष नहीं था, बल्कि यह हमारी संस्कृति, हमारी पहचान और हमारी आत्मा की लड़ाई थी. ऐसे आयोजनों से समाज की एकता और जागृति बढ़ती है. मौके पर समिति के अध्यक्ष निमाय मुंडा, सचिव सोमर मुंडा, कोषाध्यक्ष भोला मुंडा, विश्वनाथ मुंडा और रामसुंदर मुंडा ने बताया कि गांव की सामूहिक भावनाओं और निजी फंड की सहायता से बिरसा मुंडा की प्रतिमा का आवरण संभव हो पाया है. यह गांव के सम्मान और गर्व का प्रतीक है.
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