उल्लेखनीय है कि नौ जुलाई 2008 को रमेश सिंह मुंडा की हत्या हुई थी. घटना के दौरान वह स्कूल में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस केस में अभी तक कुंदन पाहन सहित आठ नक्सलियों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दायर की जा चुकी है.
हाल में कुंदन पाहन के पुलिस के सामने सरेंडर करने के बाद रमेश सिंह मुंडा के पुत्र विधायक विकास मुंडा ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी. मामले में गृह मंत्रालय ने जांच करने का आदेश 28 जून को एनआइए को दिया था. एनआइए मामले में नौ जुलाई को केस भी दर्ज कर चुकी है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीम दोबारा भी जांच करने के लिए आ सकती है. एनआइए ने किन बिंदुओं पर जांच की, जांच के दौरान क्या नये तथ्य सामने आये, इसकी जानकारी एनआइए ने किसी पुलिस अधिकारी से साझा नहीं की है.