सुपौल. लंबे इंतजार के बाद अब सदर अस्पताल सुपौल में अर्थोपेडिक ऑपरेशन थिएटर (आर्थो ओटी) की सुविधा उपलब्ध होने जा रही है. स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही जिला मुख्यालय में अत्याधुनिक तकनीक से लैस अर्थो ओटी की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है. अब तक हड्डी और जोड़ों से संबंधित गंभीर ऑपरेशन की सुविधा सदर अस्पताल में उपलब्ध नहीं थी. किसी भी बड़े फ्रैक्चर या जटिल ऑपरेशन के लिए मरीजों को दरभंगा, पटना या अन्य बड़े शहरों की ओर रेफर किया जाता था. ऐसे हालात में गरीब और असहाय मरीजों के लिए इलाज मुश्किल हो जाता था. नई सुविधा से अब जिले के मरीजों को घर पर ही बेहतर और त्वरित इलाज मिलेगा. अस्पताल प्रबंधन की पहल रंग लाई प्रभारी सीएस डॉ नूतन वर्मा ने बताया कि सुपौल जैसे सीमावर्ती जिले में सड़क दुर्घटनाओं और मजदूरी से जुड़े हादसों के कारण हड्डी टूटने के मामले लगातार आते रहते हैं. मरीजों की परेशानी को देखते हुए सदर अस्पताल प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग को अर्थो ओटी की स्थापना का प्रस्ताव भेजा था. विभाग ने इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए 08 अगस्त को मंजूरी प्रदान कर दी है. स्वीकृति मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने आवश्यक उपकरण, मशीनें और विशेषज्ञ चिकित्सक की नियुक्ति की तैयारी शुरू कर दी है. स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार जिला कार्यक्रम प्रबंधक सह जिला योजना समन्वयक बालकृष्ण चौधरी ने बताया कि अर्थो ओटी की स्थापना से सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर और ऊंचा होगा. वर्तमान में अस्पताल में सामान्य ऑपरेशन, स्त्री एवं प्रसूति विभाग, बाल रोग, मेडिसिन और सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है. अब हड्डी रोग विभाग भी और मजबूत होगा. इससे सुपौल जिला स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में धीरे-धीरे आत्मनिर्भर बनेगा. जिलेवासियों का मानना है कि सदर अस्पताल में अर्थोपेडिक ऑपरेशन थिएटर की शुरुआत ऐतिहासिक कदम साबित होगी. इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि आमजन को सुलभ और किफायती इलाज का विकल्प भी मिलेगा. यह पहल निश्चय ही कोसी क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी और स्वास्थ्य क्षेत्र में नई उम्मीद की किरण लेकर आएगी.
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