वीरपुर : सूबे में पूर्ण नशा बंदी कानून लागू होने के बाद सीमावर्ती इलाके में कोरेक्स जैसी दवाओं की तस्करी चरम पर है. मंगलवार को एसएसबी 45 वीं बटालियन के जवानों ने 750 कोरेक्स की बोतल के साथ एक वाहन व 20 वर्षीय चालक सुबोध कुमार पोद्दार को गिरफ्तार किया. बरामद दवा की कीमत चार लाख 24 हजार आकलन किया गया है. कोरेक्स का यह खेप भीमनगर ओपी क्षेत्र के कटैया के निकट मैजिक गाड़ी में लाद कर बसमतिया की ओर लाया जा रहा था.
जहां रात के अंधेरे में तैनात सशस्त्र सीमा बल की नाका पार्टी ने गाड़ी समेत 750 बोतल कोरेक्स को बरामद करने में सफलता पायी. एसएसबी 45 वीं बटालियन के कमांडेंट आर भलोठिया ने बताया कि सशस्त्र सीमा बल को यह जानकारी मिली थी कि सीमावर्ती इलाके के तस्करों का एक ग्रुप कोरेक्स जैसी दवाओं की खेप नेपाल ले जाने की फिराक में है. ज्ञात हो कि कोरेक्स जैसे कई कफ सिरप नेपाली नशा खोरों का पहली पसंद बना हुआ है.
बसमतिया बॉर्डर आउट पोस्ट पर सशस्त्र सीमा बल क्षेत्र संगठक एसएस थापा ने बताया कि बरामद कोरेक्स और जप्त वाहन का अनुमानित मूल्य चार लाख 24 हजार है. फारबिसगंज कस्टम के अधिकारियों को सौंपने की खानापूर्ति की जा रही है. एसएसबी बेला कंपनी हेड-क्वार्टर के इंस्पेक्टर एचआर पटेल ने बताया कि नाका-पार्टी में शंकर मंडल, हर्विस मीणा, कपिल देव, दिलीप कुमार एवं शैलेश कुमार शामिल थे. जप्त गाड़ी का ड्राइवर सुबोध पोद्दार ने बताया कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा उसकी गाड़ी को यह कह कर रानीगंज कटैया के समीप भाड़े पर लिया गया था कि एक गर्भवती महिला को चिकित्सा केंद्र ले जाना है, लेकिन गर्भवती महिला की जगह एक बड़ा सा बोरा उक्त मैजिक में लाद दिया गया. साथ ही तस्करों द्वारा ड्राइवर की कनपटी पर पिस्टल सटा कर उसे बसमतिया इलाके से नेपाल बॉर्डर की ओर ले जाया गया. जहां एसएसबी ने उक्त गाड़ी को रोकने का प्रयास किया,लेकिन पिस्टल की भय से ड्राइवर गाड़ी को आगे बढ़ाता चला गया. जहां एसएसबी ने पीछा कर उक्त वाहन सहित ड्राइवर को गिरफ्तार करने में सफलता पायी. वहीं तस्कर अंधेरे का लाभ उठा कर भागने में सफल रहा.