नंदकिशोर, थरूर समेत 23 अन्य को साहित्य अकादमी पुरस्कार
नयी दिल्ली/सुपौल : सुपौल के कुमार मनीष अरविंद को मैथिली भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है. उनको यह पुरस्कार ‘जिनगीक ओरिआओन करैत’ कविता संग्रह के लिए मिला है. साहित्य अकादमी ने 23 भारतीय भाषाओं के रचनाकारों को वर्ष 2019 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की बुधवार को घोषणा की. हिदी के लिए नंदकिशोर आचार्य, अंग्रेजी के लिए सांसद कांग्रेस डॉ शशि थरूर व उर्दू के लिए प्रो शाफे किदवई का चयन किया गया है. इनका जन्म 15 अक्तूबर 1964 को सुपौल जिले के बसावनपट्टी मे हुआ.
मैथिली की पहली किताब ‘मिझायल सूर्य क नगर ( कविता )’ किसुन संकल्प लोक, सुपौल से 2001 में छपी, जबकि हिंदी में कविताओं की पहली किताब ‘और कितनी यातनाएं ’ 1995 में छपी. अब तक हिंदी और मैथिली में इनकी 10 किताबें आ चुकी हैं. मैथिली की नयी धारा के कवि, कथाकार और संस्मरण लेखक मनीष साहित्य अकादमी की परामर्श दातृ समिति के सदस्य भी हैं. उन्होंने कई किताबों का सम्पादन भी किया है. इससे पहले इन्हें मैथिली सृजन सम्मान, यात्री पुरस्कार, कीतिनारायण मिश्र साहित्य सम्मान से भी नवाजा गया है. वह भारतीय वन सेवा के अधिकारी हैं और फिलहाल पलामू में पदस्थापित हैं.
साहित्य अकादमी पुस्कार, 2019
1. शशि थरूर (अंग्रेजी) : ‘एन एरा ऑफ डार्कंनेस’ ( कथेतर गद्य)
2. नंदकिशोर आचार्य (हिंदी) : ‘छीलते हुए अपने को’ (कविता संग्रह )
3. प्रो शाफे किदवई (उर्दू) : ‘सवनेह-सर सैयद : एक बाज़दीद (जीवनी)
4.मनीष कुमार( मैथिली) : ‘जिनगीक ओरिआओन करैत’ (कविता)
5. काली चरण हेंब्रम (संथाली) : ‘सिसिरजली’
6. जयश्री गोस्वामी महंत (असमिया में ) : ‘चाणक्य’ (उपन्यास)
7. एल. बिरमंगल सिंह (मणिपुरी) : ‘ई अमादी अदुनगीगी ईठत’ (उपन्यास)
8.चो. धर्मन ( तमिल) : ‘सूल’ (उपन्यास)
9. बंदि नारायणा स्वामी (तेलुगु) : ‘सेप्ताभूमि’ (उपन्यास)
10. फुकन चंद्र बसुमतारी (बोडो) : ‘आखाइ आथुमनिफ्राय’ (कविता)
11. निलबा आ. खांडेकार (कोंकणी) : ‘ध वर्डस्’ (कविता)
12. वी. मधुसूदनन नायर (मलयालम) : ‘अचन पिरन्ना वीदु’ (कविता)
13. अनुराधा पाटील (मराठी) : ‘कदाचित अजूनही’ (कविता)
14. पेन्ना-मधुसूदन (संस्कृत) :‘प्रज्ञाचाक्षुषम्’ (कविता)
15. अब्दुल अहद हाज़िनी (कश्मीरी) : ‘अख़ याद अख़ कयामत’ (कहानी संग्रह)
16 तरुण कांति मिश्र (ओड़िया) : ‘भास्वती’
17 किरपाल कज़ाक (पंजाबी) : ‘अंतहीन’
18 रामस्वरूप किसान (राजस्थानी) : ‘बारीक बात’
19. ईश्वर मूरजाणी (सिंधी) : ‘जीजल’
20. चिन्मय गुहा (बांग्ला) : ‘घुमेर दरजा थेले’ (निबंध)
21. ओम शर्मा ‘जंद्रयाड़ी’ (डोगरी) : ‘बंदरालता दर्पण’ (निबंध)
22. रतिलाल बोरीसागर (गुजराती) : ‘मोजमा रे’वुं रे !’ (निबंध)
23. विजया (कन्नड़) : ‘कुड़ी एसारू’ (आत्मकथा)