सुपौल : सदर प्रखंड के अमहा गांव में बुधवार को अखिल भारतीय लोकगाथा भगैत महासम्मेलन का शुभारंभ विधान पूर्वक किया गया. महासम्मेलन की सफलता को लेकर कलश यात्रा निकाली गयी. कलश यात्रा में 151 बालिका सहित भारी संख्या में धर्मराज के भक्त शामिल हुए. यज्ञ में मालाधारी लेलहु यादव एवं उनकी धर्म पत्नी ने सनातन धर्म के अनुसार पूजा अर्चना की. मौके पर महासभा प्रवक्ता डॉ अमन कुमार ने कहा कि भगैत भगवान भक्ति व गति का मार्ग प्रशस्त करते हुए तथ्य तत्व की ओर ले जाकर ठेठ मैथिली के माध्यम से इंसानियत का बड़ा पैगाम देता है.
बाबा विश्वकर्मा की पुत्री संज्ञा का विवाह सूर्य भगवान से हुआ. संज्ञा का पुत्र यम और पुत्री यमुना है. यम ही बाबा धर्मराज है. यमलोक के राजा होने के करण यमराज भी कहलाते है. धर्म के अनुसार जीवों को सजा देने का कार्य धर्मराज करते है. धर्म राज के सन्देश को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य बड़े ही निस्वार्थ भाव से पंजियार करते है. प्रवक्ता डॉ कुमार ने कहा कि भगैत जन-जन की मूलभूत पूंजी है. जिसके आधार पर साहित्य, संस्कृति व महापुरुषों की इतिहास एवं विचारों की जानकारी मिलती है. इसका बड़ा ही व्यापक महत्व है. उन्होंने पंजियार से अपील करते हुए कहा कि धर्मराज के संदेश को जन जन तक पहुंचाने के साथ-साथ स्वच्छता के सन्देश को भी पहुंचाने का कार्य करे. स्वच्छता के अभाव में देवी-देवता और प्रसाद भी पवित्र नहीं रह पाते है.
पंडित जयनारायण यादव ने कहा कि महासम्मेलन आगामी 02 मार्च तक चलेगा. सम्मेलन में वार्षिक सभापति घिनाय यादव, अच्छेलाल यादव, अधिवक्ता नरेन्द्र यादव, सचिव भुवनेश्वर प्रसाद यादव, चन्देश्वरी यादव, उपसभापति अनंत लाल यादव, सचिव भूवनेश्वर यादव, बाबूजी यादव, परमेश्वरी यादव, कोषाध्यक्ष रघुनंदन यादव, लक्ष्मी यादव, मासिक सभापति-यदुनंदन यादव, राम खेलावन यादव, महेश्वरी यादव, कदम लाल यादव, रामचंद्र यादव, फुलेन्द्र यादव, भूपेंद्र यादव, बच्चेलाल मेहता, सिकेंद्र यादव, जीतेन्द्र यादव, सदानंद यादव, कमलदेव यादव, बालकृष्ण यादव, सत्यनारायण यादव, पवन यादव, गजेन्द्र यादव, सुभाष कुमार सुमन, जीतेन्द्र यादव, पवन यादव, लालेश्वर यादव, सुरेश यादव, ललन कुमार, जगरनाथ यादव, सीताराम यादव, प्रीतम कुमार चौधरी आदि उपस्थित थे.