सीवान. यू-डायस में इंट्री के बाद छात्रों को परमानेंट एजुकेशन नंबर जारी होता है. यह नंबर छात्रों के नामांकन सहित कई तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जरूरी होता है. वहीं जिले में हजारों की संख्या में ऐसे छात्र है जिनका पीइएन नंबर नहीं है. प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के कई ऐसे बच्चे हैं, जिनका पीइएन नंबर न बन पाने के कारण उनका रिकॉर्ड शिक्षा विभाग के दस्तावेजों में गायब है. इन छात्रों के स्कूल बदलने की स्थिति में परेशान आ रही है. जानकारी के मुताबिक जिले में बहुत छात्रों का स्कूल बदला है लेकिन उनका पता और रिकॉर्ड अपडेट नहीं हुआ है. ऐसे छात्र जो गैर-रजिस्टर्ड निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों में आए हैं, वे विभागीय रिकॉर्ड में लापता है. स्कूल के रजिस्टर में उनका नाम है. वहीं जब ऑनलाइन जांच होती है तो उनकी पहचान सामने नहीं आ रही है. शिक्षकों का कहना है कि पांचवीं से छठी और सातवीं से आठवीं कक्षा में नामांकन के दौरान यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है. निजी स्कूलों से स्थानांतरण प्रमाणपत्र के साथ आने वाले छात्रों के प्रमाणपत्र पर यू-डायस में छात्र की पीईएन संख्या दर्ज नहीं रह रही है. जब इसकी जांच की जाती है, तो पता चलता है कि संबंधित स्कूल द्वारा इनकी इंट्री यू-डायस पोर्टल पर नही की गई है.
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