सीवान. शहीद अकलू तुरहा का शहादत दिवस गुरुवार को ललित बस स्टैंड में आइसा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार की अध्यक्षता में मनाया गया. कार्यक्रम में अकलू तुरहा विचार मंच के सदस्य शर्मा साह ने कहा कि अगस्त का महीना देश के लिए शहादत और क्रांतिकारियों का प्रतीक है. समानता और एकता की राह में अकलू तुरहा जैसे युवाओं का योगदान अविस्मरणीय है. भाकपा माले जिला सचिव ने बताया कि 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मधुबनी समाहरणालय पर तिरंगा फहराने के समय अंग्रेजों की गोली से अकलू तुरहा शहीद हो गये थे. उनका बलिदान पटना विधानसभा के सामने शहीद हुए सात वीरों से कम नहीं है. मौके पर जीरादेई के पूर्व पार्षद लालबाबू साह, भाकपा माले जिला सचिव हंसनाथ राम, मजदूर यूनियन अध्यक्ष अमित कुमार साह, आइसा जिला सचिव प्रिंस पासवान, सोनू कुशवाह, कांग्रेस सदर प्रखंड अध्यक्ष अमित कुमार कुशवाहा, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष शशि कुमार गुप्ता, विकास साह, रॉकी साह, वार्ड पार्षद सदस्य राजाराम साह, बीरेंद्र साह और अधिवक्ता संदीप कुमार शर्मा मौजूद रहे.
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