प्रतिनिधि, सीवान. पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंप्लेक्स में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में एथलेटिक्स के शॉटपुट में गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही अल्का सिंह खिलाड़ियों के लिए आइकॉन बन गयी है. शॉटपुट में 14.73 मीटर की थ्रो के साथ गोल्ड मेडल हासिल करने वाली अल्का सिंह ने बताया कि यह तीन साल की कड़ी मेहनत का परिणाम है. सदर प्रखंड के चनौर गांव निवासी विजय सिंह व रेणु सिंह की पुत्री अल्का का सपना देश के लिए पदक दिलाना है. विज्ञानानंद फिटनेस एकेडमी चनौर के मिट्टी की सोंधी खुश्बू लिए पटना खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग लेने पहुंची अल्का सिंह चार बार वर्ष 2022 से 2025 तक स्टेट चैंपियन रह चुकी है. इसके अलावे तीन बार इस्ट जोन चैंपियन वर्ष 2022 से 2024 तक रह चुकी है. वर्ष 2024 में प्रथम श्रेणी से इंटरमीडिएट पास करने वाली अल्का वर्ष 2023 में भी नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था. वहीं वर्ष 2024 में ओडिशा में आयोजित 39 वीं जूनियर नेशलन में कांस्य पदक प्राप्त किया था. अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच पदम विलोचन गिरि को देते हुए अल्का सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि सफलता के लिए कड़ी मेहनत जरूरी है. इसके साथ ही लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए. अपने कोच पदम विलोचन गिरि व विज्ञानानंद केंद्रीय विद्यालय चनौर के निदेश विलास गिरि सहित एथलेटिक्स के अन्य पदाधिकारियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि हर परिस्थिति में इनका साथ मिलने का परिणाम है कि आज खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ है.
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