सीवान : राज्यव्यापी आह्वान पर गुरूवार से नगर पर्षद कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये. इनकी मांगों में सातवां वेतनमान सहित अन्य 11 सूत्री मांग शामिल है. कर्मियों के हड़ताल पर जाने से नगर पर्षद के प्रशासनिक काम के साथ-साथ शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप रही. सफाई नहीं होने से जगह-जगह कूड़ा का अंबार लग गया. अनिश्चित कालीन हड़ताल पर नगर पर्षद के करीब 350 से अधिक कर्मी, बिहार लोकल बॉडीज इंपलाइज फेडरेशन एवं बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व पर है.
संगठन के सचिव किशन लाल ने बताया कि हड़ताल पर सभी कर्मी एक साथ चले गये हैं. जब तक हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जायेगा, हड़ताल जारी रहेगा. हड़ताल के दौरान शहर के गांधी मैदान निवासी राजेश कुमार जन्म प्रमाण बनवाने तो लक्ष्मीपुर के संदीप कुमार टैक्स की राशि जमा करने आये थे. इसी तरह कागजी मुहल्ला से शमशाद विभाग में शिकायत करने पहुंचे थे.
लेकिन हड़ताल के कारण बिना कार्य कराएं ही लौटना पड़ा. लोगों का कहना था हड़ताल की जानकारी रहता तो परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता. . इधर हड़ताल के संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार ने कहा कि संगठन की तरफ से हड़ताल के संबंध में सूचना दी गयी है.
महाराजगंज में भी नपं कर्मी गये अनिश्चित कालीन हड़ताल पर : महाराजगंज. बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ एवं बिहार लोकल बॉडीज इप्लाइज फेडरेशन के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर अपनी 11 सूत्री मांगों को ले महाराजगंज नगर पंचायत के कर्मी गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये.
कर्मी मनु कुमार सिंह ने बताया कि मांगों में आउट सोर्सिंग को समाप्त करना, संविदा दैनिक एंव कमीशन पर कार्यरत कर्मीयों को न्युनतम मजदूरी 18 हजार रुपये करना सहित अन्य शामिल है. कर्मियों ने कहा कि जब तक सरकार हमारी सभी मांगों को नहीं मानती तब तक हड़ताल जारी रहेगा.
सफाई कर्मियों की हड़ताल पर रहने से कूड़े से पटा शहर
सीवान. अनिश्चितकालीन हड़ताल से पहले दिन ही शहर की सड़के कचरेां से पटा रहा. इससे शहर आने वालें लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सफाईकर्मियों की हड़ताल के कारण पूरा शहर गंदा नजर आ रहा है. सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा है. शहर के दरबार सिनेमा के सामने, कचहरी रोड, सदर अस्पताल के सामने, बड़हरिया स्टैंड, शांतिवट वृक्ष, स्टेशन रोड, चिक टोली मोड़ सहित अन्य स्थानों पर गंदगी सड़क पर ही नजर आ रही है.
अगर इसी तरह हड़ताल आगे भी जारी रहा तो शहर की नारकीय स्थिति होने लगेगी. बदबू के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जायेगा. इधर सफाईकर्मियों की हड़ताल के कारण कई मोहल्ले में लोगों ने खुद से भी साफ सफाई करने लगे है. कुछ लोग अपने आसपास को साफ कर कचरों को डंपिंग पॉइंट तक पहुंचा रहे हैं.
अस्पताल रोड के नन्हे कुमार ने कहा कि हड़ताल आगे जारी रहा तो महामारी फैल सकती है. हड़ताल के दौरान नप को सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए. नयी बस्ती के पारुल कुमारी ने कहा कि सफाईकर्मियों की हड़ताल से मालवीय चौक के समीप गंदगी का अंबार लगा हुआ है. गंदगी के चलते बच्चों स्कूल जाना और खेलना मुश्किल हो गया है.
बोले कार्यपालक पदाधिकारी
नगर पर्षद के सभी कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से प्रशासनिक कार्य ठप हो गया है. इसके अलावा सफाई कार्य भी नहीं हुआ है. सफाई कराने को लेकर वैक्लपिक व्यवस्था करने को योजना बनाया जा रहा है ताकि शहर के लोगों को अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. सभी कर्मियों ने अपने ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल किए है.
अजीत कुमार ,कार्यपालक पदाधिकारी नगर पर्षद सीवान
ये हैं प्रमुख मांगें
1. आउटसोसिंग की प्रथा समाप्त किया जाये.संविदा, दैनिक वेतन एवं कमीशन पर कार्य करने वाले को नियमित किया जाये, सरकार का पत्रांक -2503 दिनांक 03.05.2018 एवं पत्रांक -3453 को भी निरस्त किया जाये.
2. सातवां वेतन पुनरीक्षण स्थानीय निकायों पर सामान्य रूप से लागू किया जाये.
3. संविदा , दैनिक एवं कमीशन पर कार्यरत का न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपये वेतन उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के साथ जोड़ा जाये.
4. वर्षों से कार्यरत संविदा एवं दैनिक वेतन पर कार्यरत कर्मियों को इपीएफ एवं इएसआइ लागू किया जाये.
5. वेतन विसंगित को दूर किया जाये तथा सामान्य पद के लिए सामान्य वेतनमान दिया जाये.
6. पांचवां एवं षष्ठम वेतन पुनरीक्षण का सत्यापन सरकार के स्तर पर न कर स्थानीय स्तर पर किया जाये.
7. 74वां संविधान संशोधन के अनुसार निकास सशक्त स्थायी समिति एवं बोर्ड के निर्णय तथा बजट के प्रावधान के आलोक में दिये गये लाभ को लागू किया जाये.जिसके लिए सरकार की स्वीकृति की जरूरत नहीं हो.
8. पंचम एवं षष्ठम वेतन पुनरीक्षण का बकाया अंतर वेतन का भुगतान किया जाये.
9. सेवानिवृत्त कर्मचारियों का जिन निकायों में पेंशन या पारिवारिक पेंशन नहीं दिया जा रहा है वहां सामान्य रूप से लागू किया जाये.
10. पुरानी चतुर्थ वर्गीय के पदों को बरकरार रखते हुए आबादी के अनुसार अतिरिक्त चतुर्थ पदों का सृजन किया जाये.
11. अनुकंपा पर नियुक्ति के लिए आदेश निर्गत किया जाये.
कर्मियों की मुख्य मांगें
निकाय कर्मचारियों को सामवां वेतनमान देने, दैनिक मजदूरी 425 रुपये प्रतिदिन करने, सफाई मजदूरों के पीएफ की राशि जमा करने, दैनिक सफाई मजदूरों का स्थायीकरण करने, सेवानिवृत्त कर्मियों का सभी बकाया राशि के साथ पेंशन राशि भुगतान करने, सफाई कर्मियों को वर्दी तथा साबुन उपलब्ध कराने, सार्वजनिक छुट्टी के दिन कार्य कराने के एवज में ओवरटाइम का भुगतान, अनुकंपा पर बहाली