सीवान:बिहार के सीवान जिले के धनौती ओपी थाना क्षेत्र के एक गांव के समीप नवापाली गांव निवासी उपेंद्र प्रसाद के पुत्र राहुल कुमार की हुई हत्या मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर आगे की जांच में जुट गयी है. इस मामले में पिता उपेंद्र प्रसाद के बयान पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. पुलिस को दिये बयान में कहा है कि मेरे पुत्र राहुल कुमार का प्रेम-प्रसंग एक युवती चल रहा था. जो एक से डेढ़ वर्ष से चल रहा था.
इधर, करीब दो सप्ताह पहले जब मैं अपने काम पर रजिस्ट्री कार्यालय के लिए निकल चुका तो मेरी पत्नी गंगा देवी व छोटा पुत्र धीरज कुमार थे तो मोहर्रम अंसारी, असलम अंसारी, अफजल अंसारी व अजमत अंसारी मेरे घर पर आये और गाली गलौज करते हुए मेरी पत्नी तथा घर वालों को धमकी देकर गये कि अगर तुम्हारा लड़का राहुल कही भी दिख गया तो उसे जान से मार देगें. 11 अक्टूबर को एक साजिश के तहत प्रेमिका के पिता मोहर्रम अंसारी, भाई असलम अंसारी, अफजल अंसारी, अजमत अंसारी तथा सब्या खातुन के द्वारा घर से बुलाकर रात्रि में तेज धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या दिया. जिसका सूचना मुझे तथा मेरे घर वालों को 12 अक्तूबर को करीब 8.00 बजे के करीब ग्रामीणों के द्वारा मिली.
सूचना पर जब मैं जाकर देखा तो शिवनाथ चौधरी के धान खेत के डरार पर गला रेता हुआ शव पड़ा था. मुझे विश्वास है कि मेरे पुत्र राहुल की हत्या पांच लोगों ने मिलकर कर दी है. इस मामले में स्थानीय पुलिस ने तत्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल सब्या खातुन व असलम अंसारी की गिरफ्तारी कर ली है.
तोड़फोड़ व पुलिस हमला मामले में एक नामजद सहित 200 पर प्राथमिकी दर्ज
सीवान के धनौती ओपी थाना के थानाध्यक्ष मुकेश कुमार पुष्पेंद्र ने मोर्हरम अंसारी के घर पर तोड़फोड़ करने व पुलिस पर हमले के मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इस मामले में उन्होंने कहा हैं कि देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र के सिकटिया दीनाचक गांव निवासी मनोज कुमार यादव के नेतृत्व में 150 से 200 की संख्या में अज्ञात लोग लाठी डंडा एवं हथिया से लैस होकर मृतक राहुल कुमार के शव के साथ आरोपित मुहर्रम अंसारी के घर में तोड़ फोड़ करने व आगजनी करने के उद्देश्य से आ रहे है.
सूचना मिलने पर वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गयी. जिसके बाद पुलिस पहुंच गयी. यहां पर एक व्यक्ति द्वारा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की जा रही थी. इस मामले पुलिस ने नामजद अभियुक्त मनोज कुमार यादव को खढेर कर गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस जेल भेजने के लिए विलंब से न्यायालय में लेकर आयी थी. जिस कारण कोर्ट कार्यालय ने लौटा दिया.