रीगा. प्रखंड के रेवासी गांव अंतर्गत बाजार चौक स्थित अमर शहीद मथुरा मंडल के स्मारक स्थल पर शुक्रवार को परिवार के सदस्य व ग्रामीणों ने उनके तैल्य चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर पुण्य तिथि मनाई गई. वक्ताओं ने कहा कि उनके जन्म वर्ष 1916 में हुआ था. पिता राम प्रसाद मंडल चाहते थे कि वे पढ़-लिख कर अच्छी नौकरी करें, पर उन पर देशभक्ति का जुनून सवार था. वे अपने पिता के इच्छा के विरुद्ध अविवाहित रह कर स्वतंत्रता संग्राम का वीर सिपाही बनना चाहते थे. हुआ भी ऐसा हीं. 9 अगस्त 1942 को अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में वे सक्रिय होकर अंग्रेजों के विरुद्ध गुप्त रूप से बैठकें कर क्रांतिकारियों को संगठित करने लगे. भनक लगने पर गोरा पलटन घोड़े पर सवार होकर मथुरा मंडल को खोजते हुए रेवासी गांव पहुंचा. मथुरा मंडल रेवासी बाजार पर ही थे. वे डरे नहीं और अपने लाठी से गोरा पलटन पर प्रहार कर दिया. कई साथी घायल भी हो गये. इसी बीच गोरा पलटन ने गोली चला दिया और घटना स्थल पर हीं मथुरा मंडल शहीद हो गए. इस दौरान उनके साथी राजाराम मंडल, जमुना मेहता, लीला मंडल, सूरज कुर्मी व बंगाली मंडल समेत अन्य क्रांतिकारी घायल भी हो गए. तब से प्रति वर्ष 29 अगस्त को इस स्थल पर उनका शहादत दिवस मनाया जाता है. इस स्थल पर मेला भी लगता है. मौके पर उनके परिवार के सदस्य ब्रजनाथ मंडल, राम इकबाल मंडल, यदुनाथ मंडल, उपेंद्र मंडल, अजय मंडल, मुखिया अनिल कुमार मंडल, पूर्व मुखिया रामजी मंडल, ललिता मंडल, पंसस राकेश कुमार सिंह, अशोक निराला, सरपंच रामप्रवेश साह समेत अन्य मौजूद थे.
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