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बेलसंड व रून्नीसैदपुर में तरकारी आउटलेट का निर्माण शुरू

सब्जी उत्पादकों को लाभकारी मूल्य दिलाने व ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण व उचित मूल्य पर सब्जी आपूर्ति करने के उद्देश्य से सहकारिता विभाग ने कवायद तेज कर दिया है.

सीतामढ़ी. सब्जी उत्पादकों को लाभकारी मूल्य दिलाने व ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण व उचित मूल्य पर सब्जी आपूर्ति करने के उद्देश्य से सहकारिता विभाग ने कवायद तेज कर दिया है. बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण व विपणन योजना के कार्यान्वयन के लिए विभाग ने त्रिस्तरीय सहकारी संरचना के तहत प्रखंड स्तर पर सब्जी उत्पादक किसानों को सम्मिलित कर प्रखंड स्तरीय प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति का गठन किया है. जिसमे अबतक लगभग 3229 सब्जी उत्पादक किसानों को सद्स्य बनाया गया है. सभी समिति में कम से कम दो सौ सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य है.

–आउटलेट निर्माण के लिए 50 प्रतिशत मिलेगा अनुदान दूध की तरह दिखेगा सब्जी बूथ

उक्त योजना के तहत किसानों को उनकी फसल का अच्छा मूल्य मिले व लोगो को बेहतर व सस्ती सब्जी मिले, इसके लिए प्रखंडों में सब्जी बूथ (तरकारी आउटलेट) का निर्माण कराया जायेगा. विभाग का मानना है कि इस योजना के सफल कार्यान्वयन से कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. बताया गया कि प्रत्येक आउटलेट निर्माण के लिए विभाग 50 प्रतिशत राशि अनुदान देय है.

–दो प्रखंडों में बन रहा तरकारी आउटलेट

जिले के रुन्नीसैदपुर व बेलसंड प्रखंड में तरकारी आउटलेट का निर्माण कराया जा रहा है, जबकि कई प्रखंडों का प्रस्ताव तिरहुत यूनियन को भेजा गया है. इन सभी आउटलेट में मापतौल मशीन, प्लास्टिक कैरेट, लेनो बैग, गनी बैग, स्टील टेबल, ऑफिस टेबल, कुर्सी, व्हाइट बोर्ड व मार्कर समेत अन्य बुनियादी उपकरण से लैस किया जायेगा.

–प्रखंड स्तरीय समिति में शामिल सद्स्य

प्रखंड सद्स्य

नानपुर 344

चोरौत 230

मेजरगंज 265

रुन्नीसैदपुर 215

पुपरी 238

बेलसंड 201

बैरगनिया 202

सुरसंड 255

डुमरा 142

बथनाहा 212

बोखरा 109

सोनबरसा 170

रीगा 91

बाजपट्टी 200

परिहार 52

सुप्पी 100

परसौनी 203

–क्या कहते है अधिकारी

बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण व विपणन योजना के तहत सभी समितियों में सब्जी उत्पादक किसानों को बतौर सदस्य के रूप में जोड़ा जा रहा है. रुन्नीसैदपुर व बेलसंड में तरकारी आउटलेट (बाजार) का निर्माण कराया जा रहा है, उम्मीद है नए वर्ष में सभी प्रखंडों में तरकारी आउटलेट का निर्माण करा दिया जायेगा.

हरिशंकर कुमार, डीसीओ

बॉक्स में

— जिले में 17 हजार हेक्टेयर में होती है सब्जियों की खेती

सीतामढ़ी. सब्जियों की खेती में सीतामढ़ी आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ता जा रहा हैं. किसान उन्नत तकनीक, सरकारी योजनओ व बाजार की मांग के अनुरूप सभी मौसम में हरी साग-सब्जियों का उत्पादन कर रहे है. जिसके कारण सभी मौसम में हाट-बाजार रंग-बिरंगे पौष्टिक साग-सब्जियों से गुलजार दीखता है. जिले में लगभग 17538.9 हेक्टेयर में विभिन्न प्रकार के सब्जियों का उत्पादन होता है. जिला उद्यान कार्यालय के अनुसार जिले में सर्दी के मौसम में सबसे अधिक आलू की खेती होती है. वहीं टमाटर व प्याज का भी बेहतर उत्पादन होता है. जिले में 5122 हेक्टेयर में लगभग 1.38 लाख मीट्रिक टन आलू का उत्पादन होता है.

–जिले में सब्जी उत्पादन का आंकड़ा

सब्जी उत्पादन

आलू 138088 एमटी

प्याज 32574 एमटी

टमाटर 35595 एमटी

बैगन 27148 एमटी

बंदगोभी 17918 एमटी

फूलगोभी 24407 एमटी

मूली 6500 एमटी

मशरूम 6.12 एमटी

गाजर 1400 एमटी

बिन्स 1300 एमटी

लौकी 23287 एमटी

हरी मिर्च 8442 एमटी

कद्दू 1141 एमटी

मटर 1523 एमटी

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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