परिहार. प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिहार के सरकारी अधिकारी व कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंचते हैं. हालांकि दफ्तर समय से जरूर खुल जाता है, पर यहां के अधिकारी व कर्मी 10:45 बजे से पूर्व पहुंचना उचित नहीं समझते हैं. इधर, ग्रामीण क्षेत्र के लोग विभिन्न कार्यों से समय से कार्यालय परिसर में पहुंच कर अधिकारी व कर्मियों के इंतजार में परेशान होते रहते हैं. लगातार मिल रही शिकायत के बाद मंगलवार को इसकी पड़ताल को लेकर प्रभात खबर की टीम प्रखंड कार्यालय पहुंची. पता चला कि आईटी सहायक संजय कुमार निर्धारित समय से कार्यालय पहुंचते थे, पर बुधवार को अब तक नहीं पहुंचे हैं. प्रखंड कार्यालय में प्रतिनियुक्त ग्राम कचहरी सचिव विजय कुमार 10:47 में कार्यालय पहुंचे. इनके अलावा सभी कर्मी 11:00 बजे के बाद तक नदारद थे. सीओ मोनी कुमारी 11:42 तक ऑफिस नहीं पहुंची थीं. अंचल नाजीर अंजुम मेडिकल में हैं, लिपिक उपेंद्र कुमार 10:45 व प्रधान लिपिक शिव शंकर 11:00 बजे कार्यालय पहुंचे. प्रखंड आपूर्ति कार्यालय 10:45 तक बंद था. बीपीआरओ कार्यालय, आवास लेखापाल कार्यालय, स्वच्छता अभियान कार्यालय व आरटीपीएस काउंटर 11:00 बजे के बाद खुली. अपनी फरियाद लेकर पहुंचे बिल्टु मांझी ने बताया आरटीपीएस काउंटर कर्मी रोजाना इसी तरह देर से पहुंचते हैं. जबकि कार्यालय से जाने की उतनी जल्दी व हड़बड़ी रहतीं है. — बायोमेट्रिक हाजिरी की है व्यवस्था
बायोमेट्रिक हाजिरी के प्रति अधिकारी व कर्मचारी लापरवाह बने हुए हैं. पत्र प्राप्त करने के बाद भी प्रखंड स्तर के अधिकांश अधिकारी व कर्मियों का समय से कार्यालय नहीं पहुंचना घोर लापरवाही है. वरीय अधिकारियों से निर्देश के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आलोक कुमार, बीडीओ, परिहार
बाक्स में :-जनता के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं, अधिकारी पीते हैं विसलेरी का पानी
परिहार. प्रखंड प्रशासन द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी कार्यालय व सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छ पेय जल व शौचालय, लोगों को बैठने की व्यवस्था करने का दिशा-निर्देश जारी की जा रही है, पर प्रखंड मुख्यालय में इस अभियान का कोई असर नहीं दिख रहा है. आम जनता के लिए स्वच्छ पेयजल तक की व्यवस्था नहीं है. अधिकारी तो विसलेरी का पानी पीते हैं, पर आम लोग परेशान हैं. जगह- जगह गंदगी फैली हुई है. बीडीओ व आवास सहायक कार्यालय के समीप स्थित सार्वजनिक शौचालय में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. शौचालय गंदगी से भरा पड़ा है. विभिन्न स्थानों पर झाड़ियां उगे होने के साथ ही रंगाई- पुताई के अभाव में खंडहर में तब्दील हो चुका है. प्रखंड मुख्यालय पर आने जाने वाले ग्राम प्रधानों समेत अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा अपनी फरियाद लेकर आए हुए फरियादियों के लिए बैठने व पानी पीने का कोई खास इंतजाम नही है. पूर्व सांसद प्रतिनिधि सह समाजसेवी मुन्ने बिहारी ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय पर जगह- जगह गंदगी का अंबार है. पानी खरीद कर पीना पड़ता है. प्रखंड मुख्यालय परिसर में मात्र एक चापाकल था वो भी बेकार पड़ा है. इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए उच्चाधिकारियों से निरीक्षण कर व्यवस्था को ठीक कराए जाने की मांग की गई है.
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