सीतामढ़ी : शहर समेत जिले के विभिन्न बैंकों में अब कतार लगना बंद हो गया है. शनिवार को सभी बैंक सामान्य रूप से संचालित हुआ. सभी बैंकों ने वरिष्ठ नागरिकों यानी 65 से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों को पुराने नोट बदलने की सहूलियत दी.
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20 से 25 फीसदी पैसे जमा करने में आयी गिरावट
सीतामढ़ी : शहर समेत जिले के विभिन्न बैंकों में अब कतार लगना बंद हो गया है. शनिवार को सभी बैंक सामान्य रूप से संचालित हुआ. सभी बैंकों ने वरिष्ठ नागरिकों यानी 65 से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों को पुराने नोट बदलने की सहूलियत दी. कुछ को छोड़कर अधिकांश बैंकों के एटीएम भी चालू थे. विभिन्न […]
कुछ को छोड़कर अधिकांश बैंकों के एटीएम भी चालू थे. विभिन्न एटीएम से भी लोगों ने करोड़ों रुपये की निकासी की. एसबीआइ बाजार शाखा प्रबंधक अजित कुमार झा, बैंक ऑफ बड़ौदा के वरिष्ठ प्रबंधक गुंजेश कुमार सिंह, इलाहाबाद बैंक प्रबंधक रविंद्र कुमार, आइडीबीआइ बैंक प्रबंधक अशोक कुमार व आइसीआइसीआइ बैंक के सहायक प्रबंधक गौतम कुमार से मिली जानकारी के अनुसार अब रुपये डिपोजिट करने वालों की संख्या में गिरावट आने लगी है.
पिछले दो-तीन दिनों पर नजर डाला जाय, तो रुपये डिपोजिट कराने की रकम में करीब 20 से 25 प्रतिशत की गिरावट आयी है. वहीं, निकासी करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अफरातफरी का वातावरण बिल्कुल ही सामान्य हो चुका है.
सूने पड़े जन-धन खातों में जमा हो रहे करोड़ों रुपये: एसबीआइ बाजार शाखा प्रबंधक अजित कुमार झा से मिली जानकारी के अनुसार बैंक के दर्जनों जन-धन खाता में अचानक बड़ी रकम जमा कराया जा रहा है. कल तक सूने पड़े खातों में अचानक करोड़ों रुपये जमा होने लगे हैं. ऐसे लोग ही बैंक में भीड़ बढ़ा रहे हैं. इन खातों में एक ही व्यक्ति द्वारा 49-49 हजार रूपये कई बार में डाला जा रहा है.
वही व्यक्ति शुक्रवार को 49 हजार रूपये डाल रहा है और वहीं व्यक्ति दूसरे दिन आकर उसी खाते में फिर से उतनी ही रकम डाल रहा है. ऐसा पैन नंबर देने से बचने के लिए किया जा रहा है. ऐसे लोग पूछने पर जमीन बेचने का बहाना बना रहे हैं. उन्हें पता होना चाहिए कि जन-धन खाता में एक दिन में 10 हजार व अधिकतम 50 हजार रुपये ही डालने की लिमिट है.
खातों के दुरुपयोग पर आयकर विभाग की है नजर: प्रबंधक श्री झा ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि जन-धन खाताधारियों को अपने खाता का दुरुपयोग होने देने से बचाना चाहिए. उनके खाते पर आयकर विभाग की नजर है. ऐसे लोग बेवजह जांच की रडार पर होंगे.
वरिष्ठ नागरिकों को दी गयी सहूलियत
मेहसौल चौक, डुमरा रोड स्थित एसबीआइ बैंक एटीएम से रुपये निकालने को कतार में खड़े लोग.
मोदी कीनोट ऐप के जरिये करें नोटों की पहचान : मोदी कीनोट ऐप डाउन लोड करने के बाद अपने स्मार्ट फोन की कैमरा ऑन करें और दो हजार की किसी भी करेंसी को सीधाकर उसकी तस्वीर लेने की कोशिश करें. आपके मोबाइल में एक वीडियो क्लिप दिखाई देगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बॉक्स में बैठकर अंग्रेजी भाषा में नये करेंसी के संबंध में संबोधन कर रहे हैं. बॉक्स के फ्रंट भाग में भारत सरकार का लोगो व साइड में तिरंगा झंडा लगा हुआ है.
काले धन को जन-धन खाते में खपाने का हो रहा प्रयास : एसबीआइ बाजार शाखा में शनिवार को भी 500 व एक हजार के पुराने नोट करीब दो करोड़ से भी अधिक डिपोजिट किये गये. अन्य बैंकों का हाल भी कुछ ऐसा ही है. बैंक ऑफ बड़ौदा समेत अन्य कई बैंकों में भी कुछ लोग यह पूछने आ रहे हैं कि वे 49-49 हजार रुपये कई बार में डाल सकते हैं या नहीं. बैंक सूत्रों की मानें, तो अधिकारियों द्वारा ऐसे लोगों को समझाया भी जा रहा है,
लेकिन काले धन को सफेद बनाने की जुगाड़ में लगे ऐसे लोग मासूम जन-धन खाताधारियों को बहकाकर उनके खाते में अपना रुपया डालने से बाज नहीं आ रहे. इससे स्पष्ट हो जाता है कि शहर समेत जिले के विभिन्न हिस्सों में व्यापारियों द्वारा बड़े पैमाने पर पुराने नोटों को छुपाया गया है और भोल-भाले जन-धन खाताधारियों के खातों में रुपया डालकर कालाधन खपाने की जुगाड़ में लगे हुए हैं.
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