सीतामढ़ी : नगर के थाना रोड स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर में दान-पात्र से पैसे की चोरी व पुजारी पर चाकू से जानलेवा हमला के बाद मंदिरों की सुरक्षा पर अब सवाल उठ रहा है. बेखौफ बदमाशों ने जिस प्रकार हमले को अंजाम दिया है, उससे यह जाहिर है कि मंदिरों में अब दान-पात्र भी सुरक्षित नहीं है. पूजन को आये श्रद्धालुओं द्वारा दान किये गये पैसों पर भी बदमाशों की नजरें टिकी है. यही वजह है कि दान-पात्र को मंदिर परिसर में यूं खुला रखना भी खतरे से खाली नहीं है. गुरुवार की रात बदमाशों का निशाना बने मां वैष्णो देवी मंदिर में सुरक्षा की दृष्टिकोण से अब तक सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगाया गया है.
लाखों खर्च के बावजूद मंदिर प्रबंधन कमेटी की ओर से सीसीटीवी कैमरे का नहीं लगना केस के अनुसंधान में बड़ा रोड़ा बनकर खड़ा हो गया है. बीते वर्षों में जिले के विभिन्न मठ व मंदिरों में प्राचीन व कीमती मूर्तियों की चोरी की घटना हो चुकी है, इसके बाद भी मंदिर की सुरक्षा को लेकर संवेदनहीनता प्रबंधन की बड़ी लापरवाही हीं दर्शा रही है. पिछले वर्ष दशहरा के अवसर पर प्रमुख मठ-मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर सीसीटीवी कैमरा लगाने की प्रशासनिक स्तर पर मंदिर प्रबंधन समिति को जिम्मेवारी की गयी थी, लेकिन अधिकांश मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा इसका अनुपालन नहीं किया गया.
इन मंदिरों में नहीं लगा है सीसीटीवी कैमरा
1. मां वैष्णो देवी मंदिर, थाना रोड : मां वैष्णो देवी मंदिर शहर में आस्था का प्रमुख केंद्र है. लगभग 25 वर्ष पूर्व उक्त मंदिर की स्थापना की गयी थी. यहां मां वैष्णव माता का आकर्षक मूर्ति है, जो सहज हीं श्रद्धालुओं को खींचती है. कहते हैं यहां सारी मन्नतें पूरी होती है. चैत्र व शारदीय नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ उमड़ती है. लेकिन मंदिर की सुरक्षा भी भगवान भरोसे है. मंदिर में सीसीटीवी कैमरा तक नहीं है.
2. मां अंबे महारानी मंदिर, गुदरी रोड : नगर के सिनेमा रोड में गुदरी बाजार के समीप स्थित मां अंबे महारानी मंदिर में नवरात्र के मौके पर महिलाओं की भीड़ उमड़ती है. खासकर चैत्र नवरात्र व शारदीय नवरात्र के अवसर पर महिलाएं व युवतियां दीपक जलाने के लिए यहां आती है. इस मंदिर की सुरक्षा भी भगवान भरोसे हीं है. प्रबंधन ने अब तक सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगाया है. सब कुछ पुलिस व प्रशासन के भरोसे पर छोड़ा गया है.
3. दक्षिणमुखी सिद्धपीठ श्रीहनुमान मंदिर, कोट बाजार : दक्षिणमुखी सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर शहर की प्रमुख मंदिरों में एक है. यहां प्रत्येक मंगलवार व शनिवार को श्रद्धालुओं व भक्तों की बड़ी भीड़ पूजन को उमड़ती है. हजारों भीड़ की सुरक्षा यहां भी भगवान के भरोसे हीं है. लाखों खर्च के बाद भी मंदिर में अब तक सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगाया जा सका है.
4. शिव मंदिर, राजोपट्टी : शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित राजोपट्टी डुमरा रोड में शिव मंदिर श्रद्धालुओं में आस्था का केंद्र है. यहां आम दिनों में भी शिव भक्तों की भीड़ रहती है. श्रावण मास में शिव भक्तों का मेला लगा रहता है. यह मंदिर भी सुरक्षा विहीन है. मंदिर प्रबंधन की ओर से अब तक सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगाया गया है.