शेखपुरा : जिला प्रशासन ने लक्ष्य से कम राजस्व उगाही करने वाले विभाग के अधिकारियों से स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया गया है. एडीएम जवाहर लाल सिन्हा की अध्यक्षता में बुधवार को आंतरिक संसाधन जुटाने वाले विभागों के कार्यों की समीक्षा की जा रही थी. समीक्षा बैठक में निबंधन, विद्युत, परिवहन, मत्सय, मापतौल, 2016-19 के दौरान किये गये राजस्व वसूली की समीक्षा की गयी. बैठक की जानकारी देते हुए जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी योगेंद्र कुमार लाल ने बताया कि समीक्षा बैठक में सबसे कम राजस्व उगाही जिले के अंचलाधिकारी द्वारा की गयी है.
भू-राजस्व में सभी अंचलाधिकारी के फिसड्डी रहने पर अपर समाहर्ता ने गहरी नाराजगी प्रकट की तथा सभी के खिलाफ स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया तथा चेतावनी भी दी कि संतोषजनक जवाब नहीं आने पर आगे कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बैठक में बिजली कंपनी द्वारा भी लक्ष्य से काफी कम राजस्व जुटाने पर नाराजगी प्रकट की गयी. बिजली द्वारा मात्र 40 प्रतिशत ही राजस्व पूरे साल में इकट्ठा किया गया. हालांकि वित्तीय वर्ष 2016-17 में मापतौल विभाग लक्ष्य के डेढ़ गुणा राजस्व प्राप्त करने में सफलता पायी.
उसी प्रकार वाणिज्यकर विभाग की वसूली भी संतोषजनक पायी गयी थी. जिला निबंधन कार्यालय में सरकार के नोटबंदी के असर के कारण जमीन की खरीद-बिक्री ठहर जाने के कारण यह 80 प्रतिशत ही राजस्व प्राप्त किया जा सका. नगर परिषद शेखपुरा द्वारा रिकार्ड 122 प्रतिशत तथा नगर परिषद् बरबीघा द्वारा 91 प्रतिशत राजस्व उगाही किया गया. जिला मत्स्य विभाग द्वारा 122 प्रतिशत राजस्व वसूली पर भी संतोष जताया गया.