शेखपुरा : विवाहिता युवती को प्यार के मोह में फंसा कर एसएफसी के अरियरी गोदाम में कार्यरत कंप्यूटर आॅपरेटर ने शादी रचा ली और फिर दो साल बाद उस पर चरित्र हीनता का आरोप लगा कर अपनाने से इनकार कर दिया. युवक की बेवफाई से आहत लड़की भूखे-प्यासे इंसाफ के लिए युवक की चौखट पर बैठी रही, लेकिन पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कोई आगे नहीं आया. पूरा दिन गुजर जाने के बाद पीड़िता ने गांव के मंदिर में शरण ली. सूचना के बाद भी मौके पर पुलिस नहीं पहुंची.
बरबीघा के घरसेनी गांव निवासी पीड़ित युवती सुमन ने बताया कि दो वर्ष पूर्व शेखपुरा के गवय गांव निवासी अमित ने उससे विवाह रचाया था. पीड़िता ने बताया कि उसकी मां के गुजर जाने के बाद पिता हमेशा नशे में रहने लगे और कभी ध्यान नहीं दिया. उसके बाद उसकी बूआ ने उसकी शादी लखीसराय जिले के पिपरिया गांव में करवा दी. लेकिन पति की बेरुखी के बाद वह अपनी बूआ के पास पंजाब में रहने लगी. इसी दौरान जब वह अपने गांव बरबीघा थाना क्षेत्र के घरसेनी गांव पहुंची, तो युवक अमित सिंह उससे प्यार करने लगा. इस दौरान सुमन वापस बूआ के यहां चली गयी, तो अमित ने वहां पहुंच कर पंजाब कोर्ट में शादी रचा ली और कहा कि छह माह के बाद उसकी बहन की शादी हो जायेगी, तो वह उसे ले जायेगा. युवक ने कई बार शारीरिक संबंध भी बनाये. जब सुमन उससे घर जाने की जिद करती, तो बहाना बना कर टाल देता. जब अमित को पता चला कि सुमन के पास कोई दौलत नहीं है, तो वो उसे छोड़ कर अपने गांव आ गया और मोबाइल नंबर भी बदल लिया. जब सुमन को उसकी बेवफाई का शक हुआ, तो वह उसके गांव आ पहुंची़