कलम के सिपाही की कभी मौत नहीं होती
पुपरी : डॉ प्रभात दास फाउंडेशन के तत्वावधान में गुरुवार को महाकवि कालीदास सूर्यदेव महाविद्यालय चंदौना में राजदेव रंजन एक निर्भिक पत्रकार विषयक संगोष्ठी आयोजित की गयी़ संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ युगल किशोर ठाकुर ने कहा कि कलम के सिपाही की कभी मौत नहीं होती़
अगर बोर्डर पर मरने वाले जवानों को हम शहीद का दरजा देते हैं, तो समाज को आइना दिखाने वाले व विषम परिस्थितियों में भी सच्चाई को उजागर कर लोकतंत्र की रक्षा करने वाले पत्रकारों की शहादत को भी उसी नजरिये से देखना होगा़ सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन की कुरबानी भी बेकार नहीं जाएगी़
सरकार ने भले ही राजदेव की हत्या की जांच को सीबीआइ को सौंप दी है, परंतु इतने से मामला शांत नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि लोकतंत्र की हत्या है़ उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यह कैसी व्यवस्था है, जहां सच्चाई को उजागर करने वालों की हत्या कर दी जाती है़ उन्होंने कहा कि जब तक पत्रकारों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं होता है, तब तक आम लोगों को आवाज उठाना होगा़ डॉ नवीन कुमार ने कहा कि जब पत्रकार सुरक्षित नहीं है, तो आमलोग की सुरक्षा कैसे होगी़
डॉ रामजतन प्रसाद ने कहा कि सच्चाई को बंदूक की गोली से दबाया नहीं जा सकता़ राजदेव की हत्या अपना रंग दिखायेगी और सफेदपोश कानून की गिरफ्त में होगा़
कार्यक्रम का संचालन डॉ कमलेश्वर प्रसाद सिंह व धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रभात दास फाउंडेशन के राज्य समन्वयक मुकेश झा ने किया़