नहीं मिला लाभ बीडीओ ऑिफस का चक्कर लगा कर थक चुके हैं लाभुक
पुपरी : कुष्ठ रोग से ग्रसित अमृत राम विगत छह माह से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहा है. कहता है कि पूर्व में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन के तहत आसानी से रुपये मिल जाता था.
जब से नियम में परिवर्तन हुआ है, अब तक एक बार भी पेंशन की राशि नहीं मिली है. प्रखंड व अनुमंडल का कार्यालय का चक्कर लगा कर थक चुके अमृत ने बताया कि अब उसका जीवन जहर की तरह हो गया है.
बैठक में खाता खुलवाना है मुश्किल : प्रखंड के भिट्ठा धरमपुर निवासी अमृत राम का कहना है कि उसके लिए बैंक में खाता खुलवाना मुश्किल काम है. कई बार प्रयास भी किया, पर सफल नहीं हो पाया. कारण कि कुष्ठ रोग के चलते उसके हाथ के सारे ऊंगलिया कट चुका है. हस्ताक्षर या अंगूठा का निशान नहीं लगा सकता. इस समस्या पर विचार करते हुए पंचायत समिति सदस्य अरविंद चौधरी के प्रयास से बीडीओ व पंचायत सचिव द्वारा उसके पुत्र आनंद राम के बैंक खाते में पेंशन की राशि भेजने के लिए अनुशंसा करवा कर विभाग को भेज दिया गया, पर उक्त खाते में अब तक राशि नहीं आयी है.
जीवन हो गया है जहर के समान
अपने जिंदगी से तंग आकर अमृत समय-समय पर भावुक हो जाते हैं. कहते हैं कि जवानी में वास्तव में उसका जीवन अमृत के समान था, पर न जाने कहां चुक हुई व अब उसे यह दिन देखना पड़ रहा है. एक तो भगवान उनसे काया छीन लिये, और अब एक-एक दाने को मुहताज हो गये हैं. वृद्धा पेंशन एक सहारा था, वह भी नहीं मिल रहा है. समाज गांव घर में रहने की इजाजत नहीं देता. कहीं, कोई काम कर नहीं सकता व भीख मांगना वह हराम के बराबर समझता है. ऐसे में उसका जीवन जहर के समान हो गया है.
कहा, अगर शीघ्र उसके समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह किसी भी समय किसी भी हद तक जा सकते है. इसकी जिम्मेवारी प्रखंड प्रशासन की होगी. बताया कि मार्च 2015 से जुलाई 2015 तक भुगतान हुआ, उसके बाद से भुगतान बंद है.
कुष्ठ रोग से ग्रसित होने के चलते बैंक में खाता खोलने में हो रही है परेशानी
जुलाई 2015 के बाद भिट्ठा धरमपुर निवासी अमृत राम को नहीं मिल रही है पेंशन