विस्तारित क्षेत्र. निर्धारित समय 10:00 बजे से विलंब से शुरू हुआ कार्यक्रम
समस्याओं का हल करने की जिम्मेदारी अब निगम पर, विस्तारित क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव वार्ड संख्या-07 में आयोजित कार्यक्रम में नहीं पहुंचीं उपनगर आयुक्तफोटो- 30-दयाशंकर सिंह.फोटो-31-अरविंद सिंह.
फोटो-32-बंकटेश शर्मा.फोटो-33-जयंत साह.फोटो-34-अधिकारियों के समक्ष अपनी समस्या बताने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते वार्ड संख्या-07 के लोग.
फोटो-35-वार्ड संख्या-07 में लोगों की समस्या सुनतीं डिप्टी मेयर सत्यवंती देवी, जिले से नियुक्त अधिकारी, निगम के अधिकारी, वार्ड पार्षद व अन्य.फोटो-36-वार्ड संख्या-08 में लोगों की समस्या सुनतीं मेयर काजल कुमारी, डिप्टी मेयर सत्यवंती देवी व अन्य.प्रतिनिधि, सासाराम नगरनगर निगम के विस्तारित क्षेत्र वार्ड संख्या-07, 08 और 09 में आपका शहर आपकी बात कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों की समस्याओं को सूचीबद्ध किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत 10:00 बजे सुबह से होना तय किया गया था. हालांकि, तीन वार्डों में कार्यक्रम विलंब से शुरू हुआ. कुछ वार्डों में अधिकारी देर से पहुंचे, तो एक वार्ड में अधिकारी समय से पहुंचे. लेकिन, अपनी समस्या सुनाने के लिए लोग देर से पहुंचे फिर कार्यक्रम का संचालन सफलतापूर्वक निगम ने कराया. लोगों का इंतजार किया गया और धैर्यपूर्वक उनकी समस्या सुनी गयी. इस कार्यक्रम की मॉनिटरिंग मेयर काजल कुमारी और डिप्टी मेयर सत्यवंती देवी करती रहीं. तीनों स्थलों पर इन्होंने जाकर लोगों की समस्याएं सुनीं. वार्ड संख्या-07 में निगम की ओर से उपनगर आयुक्त मैमुन निशा को अध्यक्षता की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. लेकिन, वह नहीं पहुंची. वहां मौजूद अधिकारी ने बताया कि पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो रहा है. इस वजह से वह कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंची. हालांकि फिर भी लोगों ने अपनी समस्याएं बताने से परहेज नहीं किया. तीनों वार्डों से 15 प्रकार की समस्याएं लोगों ने अधिकारियों के समक्ष रखी, जिसमें कई योजनाएं ऐसी हैं, जिसका निर्णय जनप्रतिनिधियों ने बहुत पहले ही बोर्ड की बैठकों में ले लिया है. लेकिन, उसे धरातल पर अबतक नहीं उतारा गया है. वार्ड संख्या-07 के कार्यक्रम में 141, वार्ड संख्या-08 में 153 और वार्ड संख्या-09 में 129 लोग कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, जिसमें से 27, 48 और 59 लोगों ने अपनी समस्या आवेदन और मौखिक रूप से लिखाया.
सिंचाई, सड़क, पेयजल और अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्या
इस कार्यक्रम में बहुत से लोगों ने व्यक्तिगत लाभ मिलने वाली योजनाओं की मांग की, तो बहुत ने सामाजिक सरोकार से संबंधित योजनाएं के लिए आवेदन दिया, जिसमें सिंचाई, सड़क, पेयजल और अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आयी है. विस्तारित क्षेत्रों में अतिक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, जिसको लेकर निगम में शिकायतें पहुंच रही हैं. वहीं पेयजल को लेकर भी पीएचइडी के लचर व्यवस्था से लोग परेशान हैं. साथ ही सड़कों और नालियों का निर्माण भी तेज गति से नहीं हो रहा है. वहीं इन क्षेत्रों में अब भी खेती योग्य भूमि पर्याप्त मात्रा में है. लेकिन, प्लॉटिंग की वजह से किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है. साथ ही आहर व पइन की सफाई भी वर्षों से बाधित है.लोगों ने रखी अपनी बात
पूरे मुहल्ले में खुली नालियां, जो अक्सर गंदी हो जाती है. साथ ही कई लोगों ने इन नालियों पर ही सिढ़ियां बना ली है, जिसकी वजह से नालियों की सफाई में परेशानी होती है.जयंत साह, सरायबारिश के दिनों में प्रत्येक वर्ष जलजमाव की स्थिति बन जाती है. बेतरतीब निर्माण की वजह से पानी निकासी के रास्ते अवरुद्ध हो गये हैं. इन्हें जल्द से जल्द दूर किया जाये.
बंकटेश शर्मा, सरायसराय में अबतक निगम की ओर से एक भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. जबकि नगर निगम में आये हुए तीन वर्ष से अधिक का समय हो गया है.अरविंद सिंह, सरायहमलोग के यहां गलियों से लेकर तालाबों पर अतिक्रमण किया जा रहा है. लेकिन, उनपर कार्रवाई नहीं हो रही है. ऐसे में सड़कों पर गाड़ी ले जाने में परेशानी होती है.
दयाशंकर सिंहडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है