आवास, राशन, शिक्षा, शराबबंदी और दहेज उन्मूलन जैसे मुद्दों पर मुखर हुईं महिलाएं फोटो-31- महिला संवाद कार्यक्रम में शामिल महिलाएं. सासाराम ऑफिस. जिले के 14 प्रखंडों में महिला संवाद कार्यक्रम के तहत अब तक 756 कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं. ये संवाद बिहार सरकार व जीविका के संयुक्त प्रयास से आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षिक सशक्तिकरण की दिशा में सामूहिक सोच और सुझावों को एक मंच देना है. महिला संवाद के दौरान दीदियों ने अपनी आकांक्षाएं खुलकर रखीं. उन्होंने जहां कृषि विश्वविद्यालय जैसी दीर्घकालिक योजनाओं की मांग की, वहीं आवास योजना, राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन, मनरेगा मजदूरी, नाली मरम्मत और ग्रामीण हाट की स्थापना जैसे बुनियादी सुविधाओं की ओर भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया. इस संवाद के जरिए महिलाओं ने शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष जोर दिया. सामाजिक सरोकारों में भी दीदियां पीछे नहीं रहीं. शराबबंदी के प्रभावों को लेकर अपनी चिंता जताई और इसे सख्ती से लागू करने की मांग की. साथ ही दहेज प्रथा जैसे गंभीर सामाजिक कुरीति के खिलाफ भी खुलकर आवाज उठायी. जिला पदाधिकारी उदित सिंह द्वारा दीदियों की आकांक्षाओं पर लगातार समीक्षात्मक बैठक की जा रही है. इन बैठकों में न सिर्फ जीविका से जुड़ी दीदियों बल्कि गैर-जीविका दीदियों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गयी है. जिला स्तर पर जो मांगे संभव है, उन पर तत्परता से कार्रवाई की जा रही है. प्रखंड स्तर पर एक विशेष टीम गठित की गई है, जो दीदियों की आकांक्षाओं का दस्तावेजीकरण कर उनके समाधान की दिशा में काम कर रही है. इस अभियान में प्रखंड परियोजना प्रबंधक, नोडल अधिकारी, क्षेत्रीय समन्वयक, सामुदायिक समन्वयक सहित अन्य जीविका कर्मियों की सक्रिय भागीदारी रही.
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