मांझी. शिव पुराण की कथा सुनने से जैसे चित्त की शुद्धि होती है, वैसे किसी दूसरे उपायों से नहीं होती है. जिस प्रकार दर्पण साफ करने पर निर्मल हो जाता है. उसी प्रकार इस शिव पुराण की कथा से चित्त अत्यंत निर्मल हो जाता है. भगवान शिव की आराधना मनुष्य को मोक्ष प्रदान करती है, इसलिए समस्त मानव जाति को भगवान शिव की निर्मल मन से आराधना करनी चाहिए. जो व्यक्ति शिवपुराण कथा का श्रवण करता है उसे शिवलोक की प्राप्ति होती है. यह बातें प्रखंड के घोरहट मझवलिया नव निर्मित शिवेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रहे सात दिवसीय शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठात्मक सह रुद्र महायज्ञ के दूसरे दिन शनिवार को सुप्रसिद्ध कथावाचक पंडित अनुराग कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कही. उन्होंने कहा कि भगवान शिव की कथा को सुनकर फिर अपने हृदय में उसका मनन एवं निदिध्यासन करना चाहिए. इससे पूर्णतः चित शुद्धि हो जाती है. उन्होंने शिव पुराण कथा के दौरान बिल्वपत्र की महत्व तथा ब्रह्म विष्णु मतभेद सहित कई कथाओं का श्रद्धालु भक्तों का दिव्य रसपान कराया. शिवपुराण कथा श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट रही है। इस मौके पर शिक्षक सह कवि बिजेंद्र कुमार तिवारी,अरुण मिश्रा,संजय मिश्रा,नरेंद्र प्रताप मिश्र,मनोज कुमार सिंह,आचार्य अभिनंदन मिश्र,मनजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे.
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