छपरा. शहर के दरोगा राय चौक से थाना चौक तक स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण में लापरवाही के आरोपों के बाद पथ प्रमंडल छपरा और बुडको के बीच तनातनी तेज हो गयी है. दोनों विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी टालने और आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुटे हैं. इस बीच सरकार की करोड़ों रुपये की योजना अटक गयी है और जनता को एक बार फिर आगामी मानसून में जलजमाव झेलने की आशंका है.
इस मामले में जनहित संघर्ष मोर्चा की ओर से वकील के माध्यम से दोनों विभागों को वकालतन नोटिस भेजा गया है. नोटिस में कहा गया है कि यदि निर्माण में हो रही गड़बड़ी दूर नहीं की गयी, तो हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जायेगा.एनओसी नहीं मिलने के कारण परियोजना में हो रहा विलंब
बुडको के परियोजना निदेशक ने कहा है कि योजना का निर्माण आरओडब्ल्यू के अंतिम भाग में किया जाना होता है, जिसकी सटीक जानकारी देना पथ प्रमंडल का काम है. उन्होंने स्पष्ट किया कि बुडको केवल कार्यकारी एजेंसी है और उसे जहां से निर्देश मिलेगा, वहीं नाला निर्माण करायेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि एनओसी न मिलने के कारण परियोजना में काफी विलंब हो चुका है.बुडको ने पूर्व संरेखन पर ही किया निर्माण
पथ प्रमंडल विभाग ने अपने जवाब में कहा है कि निर्माण कार्य के लिए ऊपरी अधिकारियों से एनओसी निर्गत करने का अनुरोध किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्माण आरओडब्ल्यू के अंतिम हिस्से में होना चाहिए, लेकिन बुडको ने पुराने नाले के संरेखन पर ही नया नाला बना दिया, जिससे सड़क की चौड़ाई घट गयी और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गयी.क्या है पूरा मामला
दरोगा राय चौक से नगर थाना चौक तक बनाई जा रही स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना पर एक निजी संस्था ने आपत्ति जतायी थी. आरोप है कि बुडको ने बिना एनओसी प्राप्त किए पुराने नाले के संरेखन पर ही नया नाला बनाकर सड़क की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है. इससे रोड की चौड़ाई काफी कम हो गयी है. पूर्व में भी 2017 में डूडा विभाग द्वारा इसी रोड पर गलत तरीके से नाला निर्माण किया गया था, जिसकी वजह से जाम की समस्या लगातार बनी हुई है. इस विभागीय खींचतान और प्रक्रिया की अनदेखी का सीधा खामियाजा शहरवासियों को उठाना पड़ रहा है. मानसून में जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से हर साल जलजमाव की समस्या सामने आती है. ऐसे में इस साल भी नागरिकों को वही समस्या दोहराए जाने का डर सता रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है