पानापुर/बनियापुर. शुक्रवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित करते हुए चार दिवसीय चैती छठव्रत का समापन हुआ. इस अवसर पर गंडक नदी के किनारे स्थित कोंध मथुराधाम, रामपुररुद्र, सारंगपुर डाकबंगला, बसहिया, पृथ्वीपुर घाटों के साथ-साथ बकवा, फतेहपुर और महम्मदपुर गांवों के तालाबों पर व्रतियों की भारी भीड़ उमड़ी. व्रतियों ने पूरी विधि-विधान से उदीयमान सूर्य की पूजा-अर्चना की और अपने परिवार के सुख, समृद्धि व खुशहाली की कामना की. इस दौरान पुलिस प्रशासन और अंचल कर्मी विभिन्न घाटों पर पूरी तरह से मुस्तैद रहे, ताकि व्रतियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े.
सुरक्षा के किये गये थे पुख्ता इंतजाम
बनियापुर संवाददाता के अनुसार, सूर्य उपासना के इस महापर्व के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे, ताकि श्रद्धालुओं का पवित्र अनुष्ठान शांतिपूर्वक संपन्न हो सके. व्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई सामाजिक संगठनों ने छठ घाटों पर सुबह के समय चाय और जूस की व्यवस्था की. इससे व्रतियों को उपवास के कठिन क्षणों में थोड़ी राहत मिली. इस दौरान व्रतियों ने एक-दूसरे को प्रसाद वितरित कर 36 घंटे के निर्जला उपवास को समाप्त किया. गंडक नदी तट और आसपास के गांवों के पोखर और कुएं के पास सुबह-सुबह अर्घ देने के लिए व्रतियों का आना जारी था, जिससे माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है