परसा. केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से संचालित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत शुक्रवार को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परसा के परिसर में रोजगार सह मार्गदर्शन मेले का आयोजन किया गया. इस आयोजन का नेतृत्व जीविका कार्यालय पदाधिकारी ब्रजेश कुमार साह ने किया. इस मेले में इंटेल्स समेत 16 प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया, जिनके प्रतिनिधियों ने युवाओं को रोजगार के विभिन्न अवसरों की जानकारी दी. मेले में एक हजार से अधिक बेरोजगार युवक-युवतियों ने भाग लिया. इनमें से 200 से अधिक युवक-युवतियों को मौके पर ही नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया, जो कि इस मेले की सबसे बड़ी उपलब्धि रही. इस मेले का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को रोजगार का अवसर प्रदान करना और उन्हें अपने कौशल को विकसित करने के लिए उचित मार्गदर्शन उपलब्ध कराना था. रोजगार प्राप्त करने के इच्छुक युवक-युवतियों को विभिन्न कंपनियों द्वारा उनकी क्षमताओं और योग्यताओं के आधार पर चयनित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार, बीपीएम ब्रजेश कुमार साह, क्षेत्रीय समन्वयक प्रियंका और सामुदायिक समन्वयक रामाशंकर पासवान ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया. इन अधिकारियों ने रोजगार मेले के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है, जिससे वे अपने भविष्य को संवार सकते हैं. इस मेले में कई सामुदायिक समन्वयकों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से टुनटुन प्रसाद, किरण कुमारी, शत्रुघ्न कुमार, रवि कुमार गौतम, शशि शेखर आजाद, संगीता कुमारी, सौरभ नाथ योगी, दीपक कुमार दिघवारा दरियापुर अमनौर प्रखंड बीपीएम आदि उपस्थित रहे. सभी ने इस आयोजन को युवाओं के लिए बेहद उपयोगी बताते हुए इसे आगे भी जारी रखने पर जोर दिया. यह रोजगार मेला ग्रामीण युवाओं के लिए अत्यंत लाभदायक और उपयोगी कार्यक्रम साबित हुआ. इससे न केवल उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त हुए, बल्कि उन्होंने विभिन्न कंपनियों और उद्योगों की आवश्यकताओं को समझने और अपने कौशल को निखारने का भी अवसर पाया. इस तरह के आयोजन भविष्य में भी बेरोजगार युवाओं को सही दिशा देने और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होंगे.
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