छपरा. नगर क्षेत्र में जल निकासी की गंभीर समस्या को लेकर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाया है. खनूआ नाला निर्माण कार्य में हो रही देरी और अतिक्रमण के चलते धीमी प्रगति पर अंचलाधिकारी, सदर को कड़ी फटकार लगायी. डीएम ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले भी कई बार निर्देश दिये गये थे, बावजूद इसके अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है, जो खेदजनक है. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बुडको के अधिकारियों के साथ सभी स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर 15 दिनों के भीतर अभियान चलाकर सभी अतिक्रमण हटाए जाएं. साथ ही नगर आयुक्त को मौना चौक से भग्गी साह लेन होते तिनकोनिया तक नाले पर बनी दुकानों को 15 दिन के भीतर नोटिस देकर उसके अगले 15 दिन के अंदर तोड़वाने का आदेश भी दिया गया है. रूर्बन योजना के तहत डीएम ने घोषणा की कि जलनिकासी की स्थायी व्यवस्था के लिए रेलवे ड्रेन के समानांतर एक नया आउटफॉल ड्रेन बनेगा, जो गड़खा ढाला होते हुए नमामि गंगे परियोजना के एसटीपी में जाकर जुड़ेगा. यह प्रस्ताव आईपीएस-5 से आगे जाकर जलनिकासी की प्रभावी व्यवस्था स्थापित करेगा. अमृत योजना के तहत मनरेगा से नाला सफाई के लिए 82 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हुई है. डीएम ने निर्देश दिया कि इसकी तत्काल प्रक्रिया शुरू की जाए और नगर आयुक्त छपरा जल्द से जल्द सफाई का काम शुरू कराएं. साथ ही रेलवे ट्रैक के पास स्थित सभी कलवर्ट्स को भी साफ कराने को कहा गया.
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