छपरा. भगवान बाजार थाना क्षेत्र के नये बाजार वार्ड-17 के निवासी इन दिनों प्रशासन की ओर से बार-बार मिल रहे अतिक्रमण नोटिस से मानसिक रूप से परेशान हैं. मुहल्लेवासियों का आरोप है कि सदर अंचलाधिकारी की ओर से लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं, जिससे वे मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके पूर्वजों ने आजादी से पूर्व ही मकानों की रजिस्ट्री करायी थी और अब उनकी पांचवीं पीढ़ी यहां रही रही है. इसके बावजूद अतिक्रमण के नाम पर बार-बार नोटिस थमाना उन्हें पूरी तरह अनुचित और तंग करने वाली कार्रवाई लग रही है.
नगर निगम वसूल रहा टैक्स
मुहल्लेवासियों का कहना है कि उनके पास सभी वैध दस्तावेज मौजूद हैं. केवल मकान की रजिस्ट्री ही नहीं, बल्कि छपरा नगर निगम की ओर से हर वर्ष उनसे टैक्स भी वसूला जाता है. मार्च के महीने में तो नगर निगम स्वयं आकर टैक्स लेता है. इतना ही नहीं, कई ऐसे घर हैं जिन्होंने जलापूर्ति का कनेक्शन नहीं लिया है, फिर भी उनसे नियमित रूप से टैक्स लिया जा रहा है. स्थानीय निवासियों ने सवाल उठाया कि जब उनके पास वैध कागजात व टैक्स भुगतान के प्रमाण मौजूद हैं, तो बार-बार अतिक्रमण का हवाला देकर उन्हें परेशान क्यों किया जा रहा है. यह कार्रवाई पूरी तरह से गैरजरूरी और नागरिक अधिकारों का उल्लंघन है.
इस संदर्भ में मुहल्लेवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन द्वारा इस तरह की कार्रवाई बंद नहीं की गयी तो वे संगठित होकर आंदोलन का रास्ता अपनायेंगे. उन्होंने डीएम से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि वे इस मानसिक उत्पीड़न से मुक्त हो सकें. इस संबंध में सीओ अंचला कुमारी ने बताया कि डीएम के निर्देश पर उक्त नोटिस को जारी किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है