छपरा. पोषण पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में जगदम कॉलेज में जीवन के प्रथम 1000 दिनों में शिशु का पोषण विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया. कॉलेज के प्राचार्य प्रो केपी श्रीवास्तव ने व्याख्यान की मुख्य वक्ता छपरा सदर अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोगी विशेषज्ञा डॉ सीमा सिंह का स्वागत एक पौधे को भेट स्वरूप देकर किया. डॉ सीमा सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं के भोजन में आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन जैसे प्रमुख तत्व होने चाहिए ताकि वे और उनके शिशु स्वस्थ रह सके. उन्होंने पहले तीन साल तक बच्चों के सही पोषण को बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अति महत्वपूर्ण बताया और इस विषय पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने स्तनपान कराने के लाभ जैसे -ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर में कमी और मां और बच्चे के बीच में भावनात्मक जुड़ाव के बारे में बताया. उन्होंने खराब जीवन शैली किशोरियों में होने वाली अनियमित माहवारी की समस्या पर भी प्रकाश डाला. कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. राजश्री सिंह ने पोषण पखवाड़ा के इतिहास एवं उद्देश्यों से स्वयं सेवकों को अवगत कराया. वनस्पति विज्ञान के सहायक प्राध्यापक डॉ प्रहृष्ट कुमार सिंह ने योग एवं स्वस्थ जीवन शैली अपना कर कैसे मोटापे और अन्य रोगों से निजात पायी जा सकती है. इस पर चर्चा की. इस व्याख्यान के उपरांत जीवन के प्रथम 1000 दिनों में शिशु का सही पोषण विषय पर कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार गुप्ता की अगुवाई में एक पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. जिसमें स्वयंसेवक शुभम, आयुष रंजन, डबलू, राहुल, काजल, सिमरन, नेहा,ज्योत्स्ना, रितु, सुष्मिता, शालू आदि ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. पोस्टर प्रतियोगिता में ज्योत्स्ना प्रथम, आयुष रंजन द्वितीय, सिमरन कुमारी और शालू संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रही. निर्णायक मंडल में डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ अनामिका नाथ और डॉ. प्रहृष्ट कुमार सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
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