एकमा. राजद विधायक श्रीकांत यादव के राजापुर स्थित आवास पर सोमवार को सामाजिक न्याय विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष वकील यादव ने की. इस अवसर पर बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, पूर्व विधायक राजेंद्र राम, विधायक फराज फातमी, जिला अध्यक्ष सुनील राय, युवा नेता दिलीप राय सहित कई नेताओं ने भाग लिया और 1990 के दशक में सामाजिक बदलावों पर चर्चा की. पूर्व विधायक राजेंद्र राम ने कहा कि 1990 के दशक से पहले दलितों और पिछड़ों को सामाजिक रूप से अपमानित किया जाता था. वे अगर जूता पहनकर सभा में चले जाते तो पीट दिए जाते थे. लालू प्रसाद यादव ने सत्ता में आने के बाद बोलने, बैठने और बराबरी से जीने का अधिकार दिलाया. अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि सामाजिक न्याय का मतलब है समाज के हर वर्ग को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक संसाधनों में बराबरी का अधिकार देना. लालू ने इसी सोच के साथ 1990 में बदलाव की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि वर्तमान युवा पीढ़ी उस संघर्ष को नहीं जानती, जिसे पिछली पीढ़ियों ने सहा. सभा में बताया गया कि अगर राजद की सरकार बनी तो माई-बहन योजना के तहत महिलाओं को 2500 प्रतिमाह, 200 यूनिट बिजली मुफ्त, वृद्ध-विधवा-दिव्यांग पेंशन 1500 प्रतिमाह और गैस सिलेंडर पर 500 की सब्सिडी दी जायेगी. यह सब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लागू किया जायेगा. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला-पुरुष उपस्थित थे. मौके पर विधायक श्रीकांत यादव, पूर्व प्रमुख राम आशीष यादव, रामलाल यादव, अहमद अली उर्फ नेताजी, पूर्व मुखिया अशोक राय, कन्हैया यादव, अवधेश यादव, राजेश प्रसाद, गुड्डू कुशवाहा, अनिल राय, मनोज यादव, राजेश्वर यादव समेत कई स्थानीय नेता मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है