तरैया : प्रखंड के मध्य विद्यालय नारायणपुर बिचला टोला में एमडीएम को लेकर हुई मारपीट की घटना के बाद शिक्षक विद्यालय बंद कर बीआरसी में योगदान किया. इस संबंध में पूछने पर बीइओ अशोक कुमार ने बताया कि बुधवार को एमडीएम कार्य को बाधित कर प्रधानाध्यापिका के साथ मारपीट किया गया था. मारपीट की घटना के बाद शिक्षक काफी डरे व सहमे हुए है. जिस कारण स्थित सामान्य होने तक सभी शिक्षकों का प्रतिनियोजन बीआरसी में करते हुए मध्य विद्यालय तरैया में पठन-पाठन का कार्य करेगें
वहीं प्रधानाध्यापिका मीणा देवी,सहायक शिक्षक प्रभात कुमार मांझी,इंद्रा कुमारी,राज किशोर ठाकुर,पूनम कुमारी व श्वेता कुमारी बीआरसी में योगदान के बाद मध्य विद्यालय तरैया में पठन-पाठन का कार्य शुरू किया. बीइओ कुमार ने बताया कि उक्त विद्यालय में डेढ़ वर्ष से एमडीएम बंद था. डीएम व जिला एमडीएम प्रभारी के संयुक्त आदेश के बाद विद्यालय में बुधवार को एमडीएम शुरू करवाया गया. पूर्व रसोइया के पति देवेन्द्र सिंह उर्फ़ देवी व उनके पुत्रों द्वारा एमडीएम बाधित कर मारपीट किया जा रहा है.
जबकि जिला एमडीएम प्रभारी सारण के ज्ञापांक 2503, 28 दिसंबर2016 में स्पष्ट कहा गया है कि एमडीएम योजना बिहार के पत्रांक 2081 दिनांक 12अगस्त 2013 में वर्णित प्रावधानों के आलोक में विद्यालय व छात्रहित में एक ही परिवार के दो रसोइया सह सहायक जो उच्च जाति व लड़ाकू प्रवृति के है, को कार्यमुक्त किया जाता है. रसोइया कार्य से मुक्त होने के बाद भी विद्यालय में पहुंच कर मारपीट कर रहे है. पूर्व रसोइया परमा सिंह व नीलम देवी द्वारा 12 अगस्त 2015 को विद्यालय के चापाकल में जहर डालने को लेकर एमडीएम बंद था.जहर वाले मामले में पूर्व रसोइया परमा सिंह व नीलम देवी को कार्यमुक्त कर दिया गया है.चापाकल में जहर डालने का मामला अभी न्यायालय में लंबित है.