शराबबंदी. सामाजिक परिवर्तन लायेगा आंदोलन, बिहार बनेगा नजीर : सीएम
Advertisement
महिलाएं रहें मुस्तैद, सरकार आपके साथ
शराबबंदी. सामाजिक परिवर्तन लायेगा आंदोलन, बिहार बनेगा नजीर : सीएम छपरा : शराबबंदी सामाजिक परिवर्तन का आंदोलन है. इस मामले में बिहार पूरे देश के सामने नजीर बनेगा. शराब बनाने, बेचने व पीने की सूचना फौरन पुलिस या उत्पाद विभाग को दें. महिलाएं मुस्तैद रहें, सरकार पूरी ताकत से उनके साथ है. ये बातें मुख्यमंत्री […]
छपरा : शराबबंदी सामाजिक परिवर्तन का आंदोलन है. इस मामले में बिहार पूरे देश के सामने नजीर बनेगा. शराब बनाने, बेचने व पीने की सूचना फौरन पुलिस या उत्पाद विभाग को दें. महिलाएं मुस्तैद रहें, सरकार पूरी ताकत से उनके साथ है. ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका की महिला सदस्यों को संबोधित करते हुए राजेंद्र स्टेडियम में कहीं.
महिलाएं रहें मुस्तैद सरकार…
उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू कर बापू के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही उनके विचारों के प्रति विश्वास प्रकट किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार ने शराब बंद की, तो देश के अन्य राज्यों में भी आवाजें उठने लगी हैं. महाराष्ट्र, पंजाब, ओड़िशा, झारखंड व राजस्थान में भी मांग की जाने लगी है. शराबबंदी के समर्थन के लिए देश में जहां बुलाया जायेगा, मैं वहां जाऊंगा. हमारे इस कदम को व्यापक समर्थन मिल रहा है. बच्चे व महिलाएं खासतौर पर खुश हैं. जहां हंगामा, मारपीट व अशांति थी, वहां शांति व खुशहाली का माहौल है. लोग घर-परिवार के साथ समय गुजार रहे हैं.
उत्पाद नीति पूर्णत: सफल होगी
सीएम ने कहा कि मद्य निषेध पर आयोजित इस प्रकार के कार्यक्रमों में उत्साह व उमंग देख कर यह विश्वास पैदा होता है कि सरकार की उत्पाद नीति पूर्णत: सफल होगी. उन्होंने कहा कि हमेशा से मेरे मन में शराब को बंद करने का विचार रहता था, परंतु इसकी सफलता पर द्वंद भी था, लेकिन जहां जाता महिलाओं का दर्द सुन कर मन बनता जा रहा था. अंतत: उन्हीं की मांग पर इसे लागू करने की घोषणा भी हो गयी.
पूरे सूबे में चला आंदोलन
सीएम ने कहा कि पूरे राज्य में मद्य निषेद्य का आंदोलन चलाया गया. देश में पहली बार एक करोड़ 19 लाख अभिभावकों से बच्चों ने शपथपत्र भरवाया, नौ लाख स्थानों पर वाॅल राइटिंग हुई व साढ़े आठ हजार नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से शराब न पीने के संदेश दिये गये. पूरे राज्य में एक जबरदस्त वातावरण बना और मैंने पहले देशी बंद करने के विचार को पूर्णत: प्रतिबंध का आदेश दे दिया. उन्होंने कहा कि ऐसा माहौल बनाने के लिए मैं बिहार के लोगों विशेषत: महिलाओं का अभिनंदन करता हूं. उन्होंने इसे सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत बताते हुए कहा कि स्वभाव, व्यवहार, विचार में बदलाव आ रहा है. लोग विकसित होंगे, तो देश विकास करेगा.
अपराध में आयी कमी : सीएम ने कहा िक अपराध के आंकड़े में गिरावट आ गयी है. डीजीपी से लेकर मेरे स्तर तक रोजाना समीक्षा की जाती है. शराब से सूबे को पांच हजार करोड़ की आय थी, मगर मन कचोटता था कि ऐसी आय से क्या फायदा, जिससे लोग काल कलवित होते हों, परिवार टूटते हों. मैंने सोचा ऐसी आय नहीं चाहिए. अब 13 से 15 हजार करोड़ रुपये जो लोग शराब पीने में खर्च करते थे, अब भोजन, पोषण, पढ़ाई पर खर्च करेंगे, जिससे उनका परिवार खुशहाल होगा.
महिलाएं हैं ध्वज वाहक
मुख्यमंत्री ने जीविका कार्यक्रम को आगे जारी रखने का संकेत देते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य 10 लाख समूह बनाने एवं डेढ़ करोड़ परिवारों को उनसे जोड़ने का है. इससे रोजगार का सृजन तो हो ही रहा है, उनके सशक्त होने से समाज सशक्त होता है. उन्होंने महिलाओं को ध्वज वाहक बताते हुए कहा कि आप आगे बढ़ेंगी, तो बिहार को भी आगे ले जायेंगी. कार्यक्रम को परिवहन मंत्री चंद्रिका राय, शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी, खनन मंत्री मुनेश्वर चौधरी, कला एवं संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम, मुख्य सचिव अजंनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर ने संबोधित किया.
मौके पर गृह विभाग के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, जीविका के कार्यपालक पदाधिकारी बाला मुरूगन डी, जोनल आइजी पारसनाथ, कमिश्नर प्रभा शंकर, डीआइजी अजीत कुमार राय समेत छपरा, सीवान, गोपालगंज के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे.
शराबबंदी को लेकर देश में जहां से बुलाया जायेगा, वहां जाऊंगा
कड़ी नजर रखी जायेगी
सीएम ने कहा कि पहले भी शराबबंदी हुई थी, मगर उसकी खामियां व त्रुटियां गिना कर उसे पुन: चालू कर दिया गया. मगर इस बार सरकार ने गहन समीक्षा कर व कड़े कानून बना कर पुख्ता व्यवस्था की है. चूंकि यह आंदोलन से निकली व्यवस्था है अत: आगे भी उस पर नजर रखनी होगी. सुरक्षा हटी, दुर्घटना घटी के तर्ज पर चौकसी बरतनी होगी. इसके लिए फुल प्रूफ व्यवस्था की गयी है. देश के कई राज्यों में पहले से शराबबंदी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement