छपरा (सदर) : पुरातात्विक स्थल चिरांद को नदी के कटाव से बचाने के साथ-साथ मानव सभ्यता पर करोड़ों की लागत से बननेवाले पार्क के निर्माण में पूर्व से बने ढांचे को बाधा नहीं बनने दिया जायेगा.
पूर्व से बने यात्री शेड आदि भवनों को ध्वस्त किया जायेगा. ये बातें बिहार सरकार के कला संस्कृति विभाग के निदेशक अतुल कुमार वर्मा ने सदर प्रखंड के चिरांद में चार करोड़ की लागत से मानव सभ्यता एवं तत्कालीन शैली पर चित्र के रूप में बननेवाले भारत के अपने ढंग के पहले पार्क के निरीक्षण के दौरान गुरुवार को कहीं.
श्री वर्मा ने कहा कि पुरातात्विक स्थल के अधिगृहीत क्षेत्र के आस-पास भी जो टीले आदि हैं, उन्हें भी उत्खनन के लिए जरूरत पड़ी, तो अधिगृहीत किया जायेगा. वहीं, इस पुरातात्विक स्थल को बचाने के लिए नदी में हो रहे कटाव को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग को लिखा जायेगा. इस अवसर पर संरक्षण पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार के अलावा चिरांद विकास परिषद के सचिव श्रीराम तिवारी, श्याम बहादुर सिंह, राशेश्वर सिंह, गेना सिंह, महेश प्रसाद, रामनाथ सिंह आदि मौजूद थे.