परसा के परसौना में चेक सिंह को मारी गयीं सात गोलियां
छपरा (सारण) : कुख्यात अपराधी तथा बहुचर्चित इसुआपुर थानाध्यक्ष हत्याकांड का मुख्य शूटर बुधवार की देर संध्या अपराधियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया. अपराधी कैलाश सिंह उर्फ चेक सिंह का शव पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. उसकी पहचान व पुष्टि कराये जाने की प्रक्रिया चल रही है.
इस संबंध में पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया की परसा थाना क्षेत्र के परसौना गांव में अपराधियों के बीच मुठभेड़ में एक अपराधी मारा गया है, जिसके शव की पहचान चेक सिंह के रूप में की गयी है. हालांकि अभी इसकी पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पायी है. बताते चलें कि 22 दिसंबर को इसुआपुर थाने के थानाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी की हत्या तीन अपराधियों ने गोली मार कर कर दी थी.
इसमें मुख्य शूटर की भूमिका चेक सिंह ने निभायी थी. पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गये अपराधी चेक सिंह को पुलिस लंबे समय से तलाश रही थी. परसा थाना क्षेत्र के परसा बाजार पर 30 सितंबर, 2014 को दो युवकों की हुई हत्याओं के मामले में भी चेक सिंह की पुलिस को तलाश थी.
इसके अलावा दिघवारा थाना क्षेत्र में ग्राहक सेवा केंद्र के कंप्यूटर ऑपरेटर की गोली मार कर हत्या करने और सवा दो लाख रुपये के मामले में पुलिस तलाश रही थी.
सारण पुलिस के लिए सिरदर्द बने चेक सिंह के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में हत्या व लूट जैसे गंभीर अपराध के 14 मामले लंबित हैं. चेक सिंह के मारे जाने से न केवल आम जनों ने राहत की सांस ली है बल्कि पुलिस की परेशानी भी दूर होने की उम्मीद जतायी जा रही है.
कौन था चेक सिंह
जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र के पोरई गांव का रहनेवाला था. वह मुख्य रूप से सारण जिले में ही अपराध करता था. अपराध को अंजाम देने के बाद वह पड़ोसी जिले में पनाह लेता था. पुलिस के अनुसार, वह जिले में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर वैशाली जिला लौट जाता था .
थानाध्यक्ष की हत्या का था मुख्य आरोपित
इसुआपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी की हत्या के मामले के मुख्य सरगना था. उस पर करीब एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे. उसने जिले के युवकों को पैसे का लालच देकर दो युवकों को भी हत्या में शामिल किया था.
सात माह पहले जमानत पर छूटा था
गैंगवार में ढेर हुआ चेक सिंह करीब सात माह पहले जेल से जमानत पर छूटा था. हत्या, लूट के करीब एक दर्जन मामलों में वांछित चेक सिंह ने कुछ मामलों में जमानत भी करा ली थी. चेक सिंह का जिले में काफी मजबूत नेटवर्क था.