छपरा : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिला सहित अन्य प्रखंडों में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) की शुरुआत की गयी. इस अवसर पर जिला सदर अस्पताल में सिविल सर्जन के साथ अन्य जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने फाइलेरिया की दवा सेवन कर कार्यक्रम की आधिकारिक शुरुआत की. इस अवसर पर जिला सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया फाइलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में अगले 14 दिनों तक सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जायेगा.
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39 लाख लोग लेंगे फाइलेरिया उन्मूलन दवा
छपरा : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिला सहित अन्य प्रखंडों में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) की शुरुआत की गयी. इस अवसर पर जिला सदर अस्पताल में सिविल सर्जन के साथ अन्य जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने फाइलेरिया की दवा सेवन कर कार्यक्रम की आधिकारिक शुरुआत की. इस अवसर पर जिला सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा […]
इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा घर-घर जाकर दो साल से अधिक उम्र के लोगों को अपने सामने फाइलेरिया की दवा खिलायेंगी. उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है. इससे फाइलेरिया की दवा के सेवन से ही बचा जा सकता है. कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्षण सामने आने में वर्षों लग जाते हैं. इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है.
उन्होंने बताया लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें. उन्होंने बताया दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रोग से ग्रसित एवं गर्भवती महिला को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलायी जायेगी. इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र चौधरी, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ रंजितेश कुमार, डीपीसी रमेशचंद्र कुमार प्रसाद, यूनिसेफ के एसएमओ आरती त्रिपाठी समेत अन्य मौजूद थे.
एक दिन में 50 घरों में दवा खिलायेंगी आशा : प्रत्येक आशा को एक दिन करीब 50 घर में दवा खिलाने का लक्ष्य दिया गया है. अभियान को सफल बनाने के लिए आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका घर-घर जाकर लक्षित समुदाय को फाइलेरिया की दवा खिलायेंगी. साथ ही आशा एवं आंगनबाड़ी यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके सामने ही लोग दवा का सेवन करेंगे.
बेहतर निबंध लिखने वाली छात्राओं को मिला पुरस्कार
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए जिले के सभी विद्यालयों में निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें बेहतर निबंध लिखने वाली छात्राओं को पुरस्कार दिया गया. सिविल सर्जन डा. माधवेश्वर झा ने पुरस्कार का वितरण किया. प्रथम पुरस्कार राजकीय मध्य विद्यालय रतनपुरा स्कूल की छात्रा खुशी कुमारी, द्वितीय पुरस्कार गांधी मध्य विद्यालय की छात्रा संजना कुमारी तथा तृतीय पुरस्कार गांधी हाइस्कूल की छात्रा नीशु कुमारी को दिया गया.
डीइसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियां खिलायी जायेंगी
इस अभियान में डीइसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियां लोगों की दी जायेंगी. 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीइसी की एक गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीइसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीइसी की तीन गोलियां एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली दी जायेगी. अल्बेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है.
टीम का हुआ गठन
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि अभियान के कुशल क्रियान्वयन के लिए दो आशाओं की एक टीम बनायी गयी है. इसके लिए टीम का गठन कर लिया गया है. 1468 कर्मियों की टीम बनायी गयी है. प्रत्येक 10 आशा कार्यकर्ताओं पर एक सुपरवाइजर की प्रतिनियुक्ति की गयी है. एक टीम छह दिन ही काम करेगी.
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