सारण : बिहार में सारण के मांझी में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल स्थित अपने क्वार्टर से भागी दो किशोरियों को मांझी चट्टी के दुकानदारों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. दोनों किशोरियों को भगाने के संदेह में साथ आये लोगों ने बनियापुर के दाढ़ी बाड़ी निवासी सोनू अंसारी को लोगों ने पीट कर अधमरा कर दिया तथा समाजसेवी कृष्णा सिंह ने उसे किसी तरह भीड़ से निकाल कर किशोरियों के साथ पुलिस के हवाले किया.
दोनों किशोरी अपना घर सीवान के रघुनाथपुर थाना क्षेत्र के गम्भीरार निवासी योगेंद्र राम की पुत्री बता रही है. मांझी थानाध्यक्ष अनुज कुमार पाण्डेय ने इस मामले की सूचना रघुनाथ पुर पुलिस को दी. इस बीच पौड़ी गढ़वाल से युवतियों का पीछा करते रघुनाथपुर पहुंची उत्तराखंड पुलिस को इसकी जानकारी दी गयी. उत्तराखंड पुलिस युवतियों को अपने साथ ले गयी. उत्तराखंड पुलिस की टीम के दरोगा मुकेश और सुमित चौधरी ने बताया कि दोनों किशोरी अपने घर से माता पिता की पिटाई से नाराज होकर 21 जून को भागी थीं. पुलिस टीम में एक महिला कांस्टेबल समेत चार लोग शामिल थे.
उत्तराखंड से भागकर सीवान पहुंची युवतियों ने सीवान जंक्शन पर सोनू अंसारी से खाना खिलाने के आग्रह किया. खाना खाने के बाद काम दिलाने का आग्रह किया. युवतियों के प्रेम पाश में आये सोनू अंसारी ने दोनों को भगाने की योजना बनाकर टेंपो से सीवानके सिसवन के रास्ते मांझी चट्टी लाया. वहां दोनों को रामघाट पर सरयू में स्नान कराया. होटल में खाना खिलाने के क्रम में लोगों ने तीनों को पकड़ लिया. हालांकि, इस दौरान दो अन्य युवक भागने में सफल रहे.