समस्तीपुर. भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के द्वारा अपने सभी सेवाओं में पारदर्शिता लाने के लिये इसे ऑनलाइन कर दिया है. हालांकि जमीन से जुड़ी जानकारी की कमी और डिजिटल साक्षरता की वजह से कई लोग खुद ऑनलाइन प्रक्रिया नहीं कर पाते हैं. उन्हें परेशानी हाेती है. जिले में फिलवक्त 3790 कॉमन सर्विस सेन्टर में 2176 एक्टिव है. विदित हो कि कॉमन सर्विस ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में नागरिकों को विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी डिजिटल सेवायें उपलब्ध कराती है. अब आम लोगों को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ऑनलाइन सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो इसके लिये एक और पहल किया गया है. भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि कॉमन सर्विस सेंटर द्वारा चयनित विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर (वीएलई) के लिए अंचल कार्यालयों में उचित जगह उपलब्ध कराई जाए. इससे लोगों को ऑनलाइन सेवाएं तेजी से मिल सके. विदित हो कि विभाग ने सभी राजस्व सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया है.लेकिन बड़ी संख्या में लोग खुद ऑनलाइन प्रक्रिया कर पाने में सक्षम नहीं हैं. वे अपने काम के लिये अंचल कार्यालय पहुंचते हैं. ऐसे लोगों की सुविधा के लिए अब हर अंचल कार्यालय में एक चयनित वीएलई मौजूद रहेगा, जो उनके ऑनलाइन कार्यों सहायता करेगा. अंचल कार्यालयों को वीएलई के लिये सिर्फ बैठने की जगह मुहैया करानी है. कंप्यूटर, लैपटॉप सहित तमाम जरूरी उपकरण वीएलई को कॉमन सर्विस सेन्टर के द्वारा ही उपलब्ध कराया जायेगा है. वीएलई निर्धारित दर पर दाखिल-खारिज, परिमार्जन सहित सभी सेवाएं देंगे आवश्यकता पड़ने पर सलाहकार की तरह भी मदद करेंगे. इसको लेकर वीएलई को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा.
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