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Cyber Security Program in Samastipur:सतर्कता ही साइबर अपराधों से बचने का साधन : भास्कर

साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं की देखते हुए प्रभात खबर द्वारा जारी जन जागरूकता अभियान के तहत संवाद का आयोजन शुक्रवार को शहर के ज्ञान टॉपर कोचिंग में हुआ.

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Cyber Security Program in Samastipur:

दलसिंहसराय : साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं की देखते हुए प्रभात खबर द्वारा जारी जन जागरूकता अभियान के तहत संवाद का आयोजन शुक्रवार को शहर के ज्ञान टॉपर कोचिंग में हुआ. अध्यक्षता संस्था के निदेशक डॉ विवेक दत्त ने की. मुख्य अतिथि कार्यपालक दंडाधिकारी श्री भास्कर ने कहा कि हम साइबर अपराधों से तभी बच सकेंगे जब सतर्क रहेंगे. मोबाइल ने हमें खतरों के समक्ष ला खड़ा किया है. देश में साइबर अपराध एक बड़ी चुनौती बन गयी है. इससे निपटने के लिए सरकार की और से कदम उठाये गये हैं, लेकिन साइबर अपराध की घटना लगातार बढ़ रही है. साइबर हमले राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन गयी है. जब तक हम जागरूक नहीं रहेंगे तब तक यह घटना होती रहेगी. आज के दौर में डिजिटल अरेस्टिंग समस्या का जड़ है. हाल में ही एक जनप्रतिनिधि भी इसका शिकार हुए हैं. इससे डरें नहीं बल्कि जागरूक होकर इससे बच सकते हैं. किसी भी संदिग्ध ट्रांजेक्शन को रोकने के लिए 1930 पर कॉल करके 30 मिनट के भीतर अकाउंट से ट्रांजेक्शन रोक सकते हैं. संचालन करते हुए डॉ विवेक दत्त ने कहा कि मोबाइल के बिना तो हमारा जीवन जैसे अधूरा है. सूचनाएं हों अथवा कारोबार हो या फिर मनोरंजन मोबाइल फोन की लोगों लत लग गयी है. लेकिन इस मोबाइल ने हमें खतरों के समक्ष भी ला खड़ा किया है. यह जान लीजिए कि टेक्नोलॉजी दो तरफा तलवार है. एक ओर जहां यह वरदान है, तो दूसरी ओर मारक भी है. आज के दौर में यदि आप कहीं मोबाइल भूल जाएं या फिर यह किसी तकनीकी खराबी से यह बंद हो जाये, तो आप कितनी बेचैनी महसूस करते हैं, जैसे जीवन की कोई अहम हिस्सा अधूरा रह गया हो. मोबाइल का सही उपयोग ही साइबर क्राइम जैसे गंभीर अपराध से बचा सकता है. अपने घर परिवार में भी इसे लेकर जागरूक करें. सोशल मीडिया पर जानकारी सार्वजनिक करने से साइबर अपराधियों को मौका मिल सकता है. इसलिए सोशल मीडिया में संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें. कभी भी अपनी जन्मतिथि, पता, फोन नंबर व बैंक खाते की जानकारी सोशल मीडिया पर न दें. अपराधी इन जानकारियों का इस्तेमाल आपकी पहचान चुराने में कर सकते हैं. सोशल मीडिया प्रोफाइल की सेटिंग ऐसी रहे ताकि करीबी दोस्त ही आपकी जानकारी देख सकें, ध्यान रखना है कि आपका सोशल मीडिया प्रोफाइल पब्लिक (सार्वजनिक) न रहे कि उसे कोई भी देख सके, शादी के रिश्ते और जॉब के लिए अप्लाई करते हुए भी प्रोफाइल में बहुत अधिक जानकारी नहीं देनी है. साइबर अपराधी पर्सनल जानकारी हासिल कर उसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

Cyber Security Program in Samastipur:प्रभात खबर का अभियान तरीफ योग्य

वरीय शिक्षक मो. रिजवान अहमद ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट के लिए आपको अचानक ही गिरफ्तार करने का झूठा दावा करते हैं. मकसद पीड़ित को यह यकीन दिलाना है कि यह किससे अपराध में शामिल हैं. आखिर में उससे बड़ी रकम ऐंठते हैं. आप ठान ले कि कभी भी अनजान कॉल या मेसेज पर ओटीपी शेयर नहीं करेंगे, नतीजा यह होगा कि आप अपने बैंक अकाउंट, मोबाइल, लैपटॉप की हैक होने से बचा सकेंगे. साइबर स्कैम के कई अन्य खतरों से बचे रहेंगे. प्रभात खबर के द्वारा यह जन आंदोलन काबिले तारीफ है.

Cyber Security Program in Samastipur:डिजिटल अरेस्ट धोखाधड़ी का तरीका

शिक्षक रामबाबू सिंह, ऋषि कुमार, संदीप कुमार,चंदन कुमार, अनुराग कुमार चौधरी, अखिलेश कुमार, नितेश कुमार, शुभम कुमार ने भी छात्रों को जागरूक करते हुए बताया कि भारतीय कानून में ””””””””डिजिटल अरेस्ट”””””””” नाम की कोई चीज नहीं है. यह साइबर धोखाधड़ी का तरीका है. इसमें जालसाज पुलिस/खुफिया अफसर बनकर ठग कॉल करते हैं. एक फोन कॉल आयेगा जिसमें कॉलर बतायेगा कि आपने अवैध सामान, ड्रग्स, नकली पासपोर्ट या अन्य प्रतिबंधित पार्सल भेजा था या आपको यह मिला है. इसे रिसीव किया है. ओटीपी बतायें. कई बार आपको निशाना बनाने के लिए यह फोन कॉल आपके रिश्तेदारों या दोस्तों की भी जा सकती है. बताया जायेगा कि आपके दोस्त या आपके रिश्तेदार ऐसे अपराध में शामिल हैं. आपको जैसे ही दोस्त या रिश्तेदार से यह सूचना मिलेगी, आप घबरा जायेंगे. इसके बाद अपराधियों को मौका मिल सकता है. ऐसा कॉल आने पर पहले रुके फिर संबंधित लोगों को कॉल करें या उनका कॉल नहीं लग रहा हो तो संबंधित के पड़ोसियों को कॉल कर जानकारी ले उसके बाद ही कोई कदम उठायें. बिल अपडेट न होने के कारण आज रात बिजली/गैस ऐसे कनेक्शन कट जायेगा. एआई से वॉयस क्लोनिंग में हूबहू आवाज से भी ठगी हो रही है. इससे बचने का उपाय है जागरुकता. खुद जागरूक रहें और प्रभात खबर साइबर अपराध के खिलाफ विशेष जागरूकता अभियान के तहत जुड़ कर लोगों को जागरूक कर सकते हैं.

बच्चाें ने जमकर किये सवाल

अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसके रोकथाम और इससे बचने के उपायों की जानकारी समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना है. इस काम में प्रभात खबर का यह जन-आंदोलन न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक सराहनीय पहल लेकर आई है. जिसमें आप सभी अपनी भागीदारी देते हुए खुद जागरूक होकर अपने घर के सदस्यों को भी जागरूक करें और संदिग्ध ट्रांजेक्शन को रोकने के लिए 1930 नम्बर को अपने मोबाइल में सेव कर ले. छात्रा सोनम कुमारी, निशा कुमारी, आरती कुमारी, नंदनी कुमारी, निधि झा, अभिषेक, विशाल, निधि झा, साबरीन, सनातन एवं दीपेश ने इस विषय पर आये अतिथि से सवाल पूछे. लोगों को जागरूक करने की बात कही.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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