पूसा : डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय स्थित खेल ग्राउंड में लगे तीन दिवसीय किसान मेला 2025 सोमवार को पुरस्कार वितरण के साथ सम्पन्न हुआ. अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. पुण्यव्रत सुविमलेंदु पांडेय ने कहा कि विकसित भारत बनाने में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका है. किसान मेला को प्रमाण देने की जरूरत नहीं है. समापन सत्र के अवसर पर पंडाल में मौजूद किसानों का जत्था गवाह बनकर इतिहास लिखने का भलीभांति कार्य किया है. वैज्ञानिकों का सोच मेले में प्रदर्शित किया गया है. मेला में अधिष्ठाता, निदेशक, वैज्ञानिक तथा कर्मचारी सहित छात्र-छात्राओं की सहभागिता अकल्पनीय रही है. जननायक भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के पुण्यतिथि के अवसर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गयी. जीविका के कार्यों का सराहना किया गया. किसानों के भविष्य संवारने की दिशा में विवि अपनी भूमिका निभा रहा है. किसान मेला में शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े दर्जनों तकनीकों की प्रस्तुति ने चारचांद लगा दिया. पुरस्कार लेने वालों में बेगूसराय की मुन्नी कुमारी एवं गोपाल, दरभंगा जाले की पार्वती देवी एवं रामबाबू, गोपालगंज की रेखा देवी एवं इंदर कुशवाहा, पिपराकोठी की आशा देवी एवं राजेश कुमार यादव, परसौनी के उपेन्द्र प्रसाद एवं शाहिना देवी, मधुबनी सुखैत की शिला देवी एवं शक्तिनाथ झा, सरैया की चुन्नी देवी एवं राजेश कुमार, तुर्की की नीतू देवी एवं अनिल कुमार सहनी, बिरौली की रीता देवी एवं लक्ष्मण सिंह, लादा की नीलम कुमारी एवं शिवनारायण, सारण की रामलगण एवं कलावती देवी, सिवान की शिवप्रसाद सहनी, शिवहर की आनंदी देवी एवं सुनील कुमार, वैशाली की नीलम सहनी एवं विजय कुमार साह, माधोपुर के हरेंद्र ठाकुर एवं राम आधार प्रसाद, नरकटियागंज की सुमन देवी एवं विजय गिरी के साथ कृषि विज्ञान केंद्र के किसान पुरस्कृत हुए. संचालन डॉ. मीनाक्षी द्विवेदी कर रही थी. धन्यवाद ज्ञापन वैज्ञानिक डॉ. विनिता सतपथी ने किया. मौके पर सूचना पदाधिकारी डॉ. कुमार राज्यवर्धन सहित अधिष्ठाता, निदेशक वैज्ञानिक कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं के अलावे किसानों का जत्था मौजूद थे.
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