समस्तीपुर .राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की अनुशंसाओं के अनुरूप बिहार सरकार ने पंचायत स्तर पर कॉम्पलेक्स रिसोर्स सेंटर (सीआरसी) का पुनर्गठन कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में अहम कदम उठाया है. इसके तहत पंचायत में स्थित सभी आंगनबाड़ी, प्राथमिक, मध्य, उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को एक शैक्षणिक संकुल से जोड़ा गया है. नवगठित सीआरसी का मुख्यालय पंचायत स्थित वरीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को बनाया गया है. जबकि विद्यालय के प्रधानाध्यापक को सीआरसी का व्यवस्थापक नियुक्त किया गया है. वहीं पंचायत स्थित मध्य विद्यालयों के वरीयतम शिक्षक को कॉम्पलेक्स रिसोर्स सेंटर समन्वयक (सीआरसीसी) बनाया गया है. सीआरसी के तहत शिक्षकों के अकादमिक संवर्धन के लिए प्रत्येक माह शनिवार को दोपहर 12 से 3 बजे तक बैठक आयोजित की जायेगी. यह बैठक विभिन्न कक्षाओं एवं विषयों के शिक्षकों के लिए निर्धारित रोस्टर के अनुसार होगी. इन बैठकों में शिक्षण अधिगम की समस्याओं, नवाचार, केस स्टडी और समाधान पर चर्चा की जायेगी. इसमें विद्यालय प्रबंधन अथवा स्थानांतरण जैसे प्रशासनिक विषयों पर चर्चा नहीं की जाएगी. इधर, सीआरसीसी सप्ताह में एक दिन निर्धारित रोस्टर के अनुसार विद्यालय भ्रमण करेंगे. इस दौरान वे कक्षा अवलोकन कर शिक्षकों को ऑन-साइट मेंटरिंग, रचनात्मक फीडबैक एवं आवश्यक अकादमिक मार्गदर्शन देंगे. प्राथमिक कक्षाओं पर विशेष फोकस रहेगा. भ्रमण के उपरांत साप्ताहिक प्रतिवेदन सीआरसी व बीआरसी को सौंपना अनिवार्य होगा. शिक्षा विभाग का मानना है कि इस व्यवस्था से पंचायत स्तर पर शैक्षणिक संवाद मजबूत होगा, शिक्षकों के बीच सहयोग बढ़ेगा और कक्षा-कक्ष प्रक्रिया में सुधार आयेगा. साथ ही बच्चों के सीखने के परिणाम बेहतर होंगे और विद्यालयों में अकादमिक योजना निर्माण को नई दिशा मिलेगी.
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