Samastipur : मोहिउद्दीननगर . पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर हमेशा व्यक्तिगत राजनीति के खिलाफ रहे. वह वैचारिक,सर्वसमावेशी सामाजिक परिवर्तन व सुदृढ़ लोकतांत्रिक मूल्यों के जीवन पर्यंत हिमायती थे. उन्होंने अपनी नीतियों और सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया. यह बातें चंद्रशेखर विचार मंच के संयोजक चंद्रकेत सिंह पिंकू ने कही. वह मनियर में गुरुवार को आयोजित पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जयंती समारोह के दौरान अध्यक्षीय उद्गार व्यक्त कर रहे थे. संचालन सुनील कुमार सिंह ने किया. समारोह की शुरुआत पूर्व पीएम चंद्रशेखर के तैलचित्र पर पुष्पांजलि व माल्यार्पण के साथ आगत अतिथियों ने की. इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर समाजवादी संघर्ष के पुरोधा थे. युवा तुर्क नेता के रूप में दृढ़ता, साहस एवं ईमानदारी के साथ निहित स्वार्थ के खिलाफ लड़ाइयां लड़ी. वह हमेशा सत्ता की राजनीति का विरोध करते थे. सामाजिक सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता के साथ उन्होंने कमजोर वर्गों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए नीतियों में बदलाव पर जोर दिया. वर्तमान परिवेश में जो राजनीतिक में मूल्यों व कार्यशैली में तेजी से गिरावट आ रही है उसे रोकने के लिए चंद्रशेखर की नीतियों व सिद्धांत पर चलने की आवश्यकता है. इस मौके पर महंत विष्णुदेव ज्योति, संजीव कुमार सिंह, प्रो. रवींद्र प्रसाद सिंह, क्षत्रिय चेतना मंच के सचिव चंद्रशेखर सिंह, उप मुखिया सुनील राम, प्रवीण प्रकाश, बलदेव महतो, सुरेश भगत, सुधीर भगत, बिकाव पासवान, महेंद्र महतो, सर्वजीत सिंह, सिंहेश्वर राय मौजूद थे.
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