खानपुर : ग्रामीण इलाके के छात्राओं में उच्च शिक्षा के प्रति ललक जगाने व शिक्षित होने के लिए प्रखंड में महिला कॉलेज की मांग उठने लगी. इस इलाके में न तो एक भी बालिका विद्यालय है और न ही महिला कॉलेज है. आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों के पास इस महंगाई के दौर में इतनी क्षमता नहीं है कि बाजार के कॉलेज में नामांकन कराकर या फिर वहां किराये के कमरे रख कर अपने बच्चियों को पढ़ा सकें.
महिला कालेज खुल जाने से ग्रामीण इलाके के छात्राओं में सर्वांगीण विकास होगा. वारिसनगर विधान सभा से दूसरी बार जीतकर विधान सभा पहुंचे विधायक अशोक कुमार मुन्ना से छात्राएं यह आस पाल रखी हैं. खानपुर प्रखंड से ताल्लुक रखने वाले व कल्याणपुर से जीते विधायक महेश्वर हजारी के मंत्री बनने के बाद छात्राओं में महिला कॉलेज खोलने की उम्मीद जाग उठी है.
नवम कक्षा की छात्रा काजल कुमारी ने महिला कालेज की आवश्यकता बताते हुए बताया कि इससे ग्रामीण तबके के छात्राओं में उच्च शिक्षा के प्रति ललक जगेगी. मनीता कुमारी का कहना है कि लड़कियों के लिए अलग से बालिका विद्यालय व महिला कालेज होना जरुरी है. मालती कुमारी का बताना है कि कालेज की व्यवस्था करने की परम आवश्यकता है,
ताकि हम लड़कियों को बाहर जाकर स्नातक ग्रेड की शिक्षा के लिए मोहताज नहीं होना पड़ेगा. दशम की छात्रा हेमपुष्पा कहती हैं कि महिला कालेज प्रखंड में खोलने की ओर पहल करें. मनीषा कुमारी बताती हैं कि महिला कालेज खुलने से किसान वर्ग के लड़कियों को उच्च शिक्षा में काफी सहूलियत हो जायेगी.
ग्यारहवीं की छात्रा बॉबी कुमारी ने प्रखंड में अलग से महिला कॉलेज व बालिका विद्यालय को महत्वपूर्ण बताया. प्रीति कुमारी, प्रिया कुमारी, कंचन कुमारी, मोती कुमारी ने बताया की महिला कालेज की जरु रत है. जिसमंे लड़कियां शांतिपूर्ण वातावरण में उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगी. जिसमे छात्रावास का भी होना जरु री है. सोनी कुमारी कहती हैं की हमलोगों को यहां की शिक्षा ग्रहण करने के बाद स्नातक ग्रेड की शिक्षा के लिए बाहर जाकर पढ़ने की मजबूरी हो जाती है.
ममता कुमारी का कहना है कि गांव में ही महिला कालेज खुल जाता है तो काफी सुविधा होगी. साक्षी कुमारी कहती हैं कि गरीब लड़कियों को उच्च शिक्षा में कठिनाई नहीं होगी. सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी सही होगा. प्लस टू के बाद लड़कियों को स्नातक की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.