तीन के मुकाबले पंद्रह मतों से प्रतिद्वंद्वी पिंकी देवी को दी शिकस्त
डीडीसी व एसडीओ ने सौंपा जीत का प्रमाण पत्र
रोसड़ा : चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच अनुमंडलीय सभागार में बुधवार को रोसड़ा नगर पंचायत के मुख्य पार्षद का चुनाव संपन्न हुआ. इसमें पार्षद श्याम बाबू सिंह नगर पंचायत के नये मुख्य पार्षद चुने गये. इन्होंने अपने प्रतिद्वंदी पिंकी देवी को तीन के मुकाबले 15 मतों से पराजित किया.
चुनाव प्रक्रिया की निगरानी कर रहे डीडीसी वरुण कुमार मिश्रा व एसडीओ अमन कुमार सुमन ने नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद श्री सिंह को जीत का प्रमाण पत्र सौंपने के बाद पद व गोपनीयता की शपथ दिलायी. इससे पूर्व चुनाव के लेकर कार्यालय परिसर में उम्मीदवार के समर्थकों की भारी भीड़ जुटी थी. कार्यालय परिसर के दो सौ मीटर के दायरे में धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू था. सुरक्षा के मद्देनजर चार दंडाधिकारी के अलावा पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई थी. नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद श्री सिंह चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से आधा घंटा पहले अपने 14 समर्थक पार्षदों के साथ पहुंचे.
प्रतिद्वंदी गुट की पार्षद पिंकी देवी, पूर्व मुख्य पार्षद रेणु देवी समेत शेष चार समर्थक पार्षदों के साथ पहुंची. मुख्य पार्षद पद के लिए श्याम बाबू सिंह व पिंकी देवी ने उम्मीदवारी पेश की. 12 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. मतदान में 18 पार्षदों ने वोट डाले. सभी मत वैध थे. इसमें से 15 मत श्री सिंह के पक्ष में आया. महज तीन मत ही प्रतिद्वंदी पिंकी देवी को हासिल हुआ. इस तरह श्री सिंह निर्वाचित घोषित किये गये. मौके पर रोसड़ा डीएसपी शहरयार अख्तर, सीओ नरेंद्र कुमार आदि थे. पद व गोपनीयता की शपथ लेकर बाहर निकलते ही मुख्य पार्षद को समर्थकों ने फूल-मालाओं से लाद दिया. गुलाल लगाकर व मिठाइयां बांटी.
पल-पल की हो रही थी वीडियोग्राफी: मुख्य पार्षद चुनाव के दौरान सुरक्षा के फोर लेयर इंतजाम थे. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. मुख्य प्रवेश द्वार, अनुमंडल सभाकक्ष के मुख्य द्वार, राम लखन सिंह उद्यान के बगल में पार्किंग स्थल व अनुमंडल परिसर के मुख्य द्वार बजरंगबली मंदिर के नजदीक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल तैनात थे. चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने तक पल-पल की वीडियोग्राफी हुई.
इस्तीफे के बाद खाली हुआ था पद: बताते चलें कि पूर्व मुख्य पार्षद रेणु देवी ने पिछले दिनों अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके कारण मुख्य पार्षद का पद खाली चल रहा था. इसके बाद नये मुख्य पार्षद के चुनाव को लेकर काफी दिनों से हलचल थी. बुधवार को श्री सिंह का निर्वाचन होते ही इस पर विराम लग गया है.