तेज धूप व गर्मी से जनजीवन हो रहा प्रभावितमौसम विभाग ने अगले तीन दिन गर्मी बढने की जतायी संभावना बिजली की आंखमिचौली से परेशान हैं उपभोक्ता सहरसा . इन दिनों लगातार तापमान में हो रही वृद्धि से लोग तेज गर्मी से झुलसने को विवश हो रहे हैं. सुबह होते ही गर्मी अपने प्रचंड रूप में आ जाती है. जिससे लोगों की दिनचर्या पर असर पड़ने लगा है. खासकर स्कूल जाते छोटे बच्चे, नौकरी पेशा पुरूष, महिलाएं सहित दैनिक रोजगार करने वाले लोगों पर काफी असर हो रहा है. सरकारी सहित सभी निजी विद्यालय का संचालन तो सुबह में होता है. लेकिन दोपहर में जब छुट्टी होती है तब बड़ी समस्या खड़ी होती है. निजी विद्यालय से बच्चों को लाना भी अभिभावकों के लिए बड़ी समस्या हो गयी है. आखिर तेज धूप की परवाह किये बगैर अभिभावकों को बच्चों को विद्यालय से लाना उनकी मजबूरी है. जिससे बच्चे के साथ अभिभावकों के स्वास्थ्य पर भी असर हो रहा है. गुरुवार को जहां तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं शुक्रवार को यह बढकर 40 डिग्री सेल्सियस से उपर पहुंच गया. जो आगे भी बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है. गर्मी से किसी तरह के राहत की संभावना तक नहीं दिख रही है. जेठ महीने की शुरुआत भी नहीं हुई है एवं तापमान उफान पर आ गया है. गर्मी से लोगों के बीमार होने की संख्या में तेजी आ गयी है. बच्चे से लेकर युवा, बूढे सभी परेशानी झेल रहे हैं. हालत यह बन गया है कि तेज धूप, लू एवं उमस से कहीं भी राहत नहीं मिल रहा है. गर्मी में पेट एवं पाचन से जुड़ी समस्याएं सबसे ज्यादा होती है. जरा सी लापरवाही से उल्टी-दस्त की समस्या होने की पूरी संभावना रहती है. तापमान में रोज हो रही बढोतरी अप्रैल महीने की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव आने लगा. प्रतिदिन तापमान में बढोत्तरी होती रही. जिससे अप्रैल महीने में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जतायी जा रही है. उस पर बिजली की आंखमिचौली से लोग खासे परेशान हैं. आगे गर्मी की संभावना से ही लोग परेशान हो उठे हैं. गर्मी के कारण राह चलना काफी कठिन हो गया है. मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी बुलेटिन में तापमान में अगले तीन दिनों तक वृद्धि की संभावना व्यक्त की गयी है. क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगवानपुर के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार को पारा 40.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. उन्होंने बताया कि अगले 28 मई तक तापमान में वृद्धि की संभावना है. गर्मी बढते ही बिजली की आंख मिचौली शुरू बढती गर्मी के बीच बिजली की आंख मिचौली एकबार फिर से शुरू हो गयी है. जो आम लोगों के लिए बडी आफत बन गयी है. दिन हो या रात घंटों बिजली कट रही है. लोग रतजगा करने को विवश हो रहे हैं. विद्युत आपूर्ति में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है. गुरुवार को जहां थोडी गर्मी बढी, घंटों आपूर्ति बाधित होने लगी. जो देर रात्रि तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जारी रहा. जिससे लोगों में बैचेनी रही. विभागीय कनीय अभियंता के अनुसार भीषण गर्मी के कारण फॉल्ट आने से आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हुई. जिससे शहरी क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर आपूर्ति बाधित हुई. हालांकि कर्मियों द्वारा ठीक किया गया. धूप में बाहर जाते समय करें सुरक्षात्मक उपाय मौसम की गतिविधियों में परिवर्तन को देखते हुए शारीरिक तनाव हो सकता है. जिसके परिणाम स्वरूप गंभीर बीमारी हो सकती है. इससे बचने के लिए धूप में विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच बाहर जाने से बचें. बाहर का तापमान अधिक होने पर श्रमसाध्य गतिविधियों से बचें. अपने घर को ठंडा रखें. रात में परदे, शटर या सनशेड का प्रयोग करें एवं खिड़कियों को खोलें. जितनी बार संभव हो, भले प्यास नहीं लगी हो, पानी पीते रहें. यात्रा के दौरान अपने साथ पानी जरुर रखें. हल्के रंग के ढीले एवं सूती कपडे पहने. धूप में बाहर जाते समय सुरक्षात्मक चश्मे, छाता, टोपी, जूते या चप्पल का प्रयोग करें. पंखे, नम कपड़े का प्रयोग एवं बार-बार ठंढे पानी से स्नान करें. शराब, चाय, कॉफी एवं कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें. जो शरीर को निर्जलित करते हैं. पशुओं को छाया में रखे एवं उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें. बीमार महसूस करने पर तुरंत चिकित्सक के पास जायें. ओआरएस, घर के बने पेय लस्सी, चावल का पानी, नींबू पानी खाने में उपयोग करें. जो शरीर को हाईड्रेट करने में मदद करते हैं. उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें एवं बासी भोजन न करें. गर्मी में ताजा व हल्का करें भोजन जेनरल फिजिसियन डॉ तारिक ने कहा कि गर्मी में डाइट का बहुत ख्याल रखना चाहिए. ऐसी चीजें खानी चाहिए जो हल्की हों एवं आसानी से पच जाये. ज्यादा से ज्यादा फलों का सेवन करना चाहिए. जितनी भूख हो उससे थोड़ा कम खायें एवं ज्यादा तेल मसाले वाले खाने से परहेज करें. गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना सबसे ज्यादा जरूरी है. गर्मी का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है. बदलते मौसम में होने वाली बीमारियां उन्हें आसानी से जकड़ लेती हैं. इसलिए उनके खानपान पर खास ध्यान दें. जंक फूड, नूडल्स बिल्कुल भी न दें. दोपहर के समय बच्चों को खेलने के लिए घर से बाहर नहीं जाने दें. आमलोगों को भी दिन भर में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. इसके अलावा जूस, दही, दूध, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, ग्लूकॉन डी पीते रहना चाहिए. इस मौसम में तरबूज और खीरा जैसे पानी वाले फल का सेवन जरूर करना चाहिए. इसके अलावा संतरे, अंगूर, लीची, चेरी, आड़ू एवं आम का सेवन करना चाहिए. इन फलों का सेवन करने से शरीर में पानी की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है. गर्मी में हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए. गर्मी में लौकी, करेला एवं भिंडी जैसी सीजन की सब्जियां जरूर खायें. खाने में दही, छाछ एवं लस्सी को शामिल करना चाहिए. इसके अलावा रोज नींबू पानी पियें. धूप से आने के बाद कुछ देर रूक कर पानी पियें एवं इससे भी ज्यादा जरूरी है कि फ्रिज के पानी पीने से बचें. घर से निकलना मजबूरी हो तो बैग में पानी की बोतल जरूर रखें. गर्मी के मौसम में शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखना बेहद जरूरी होता है. इसलिए अपने बैग में पानी की बोतल रखना भी जरूरी है. गर्मियों में कैफीनयुक्त चीजों को खाने-पीने से बचना चाहिए. खासकर नाश्ते में चाय की जगह जूस लें एवं घर से बिना कुछ खाये नहीं निकलें.
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