सौरबाजार. बिहार विधानसभा चुनाव को मात्र दो दिन शेष बचे हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशी का प्रचार-प्रसार अंतिम चरण में है. क्षेत्र में विभिन्न दलों के आधा दर्जन से अधिक बड़े नेताओं का चुनावी सभा और दौरा हो चुका है. गांव की सड़कों और गलियों में भोजपुरी, मैथिली और मगही के मधुर गीतों पर आधारित चुनाव प्रचार की आवाजें लोगों को जहां आनंद दे रही हैं. प्रचार गीतों के माध्यम से पार्टी और प्रत्याशियों द्वारा बाबा, चाचा, चाची, भाई भौजाई जैसे अपनत्व भरे शब्दों से संबोधन कर बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं. गीत के माध्यम से कोई नया बिहार बनाने तो कोई विकास की गति को और तेज करने की बात कहकर लोगों का खूब आदर और मनोरंजन कर रहे हैं. सड़कों पर दौड़ती प्रचार गाड़ी के पीछे बच्चों की टोली भी खूब आनंद लेती रहती है. कुछ लोग इसे लोकतंत्र की खूबसूरती बताते कह रहे हैं कि यही तो चुनाव है. नेता चाहे कितना भी झूठ फरेब बोल ले, लेकिन एक न एक दिन उसे जनता के अदालत में आना हीं पड़ता है.
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