बाल उमंग पखवाड़ा के तहत भव्य झांकी का हुआ आयोजन, सैकड़ों बच्चों ने उत्साहपूर्वक लिया भाग
सहरसा. किलकारी बिहार बाल भवन में आगामी बाल दिवस के अवसर पर बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए बाल उमंग पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है. इस विशेष पखवाड़ा के दौरान मैजिक शो, पंडित जवाहरलाल नेहरू की जीवन यात्रा पर कहानी वाचन, नृत्य -नाटिका, दादी की चौपाल, चित्रकला प्रतियोगिता, पिकनिक, चेस प्रतियोगिता तथा अलबेला ड्रेस प्रतियोगिता सहित कई कार्यक्रमों का निशुल्क आयोजन किया जा रहा है. बाल उमंग पखवाड़ा के तहत शुक्रवार को विविध रंगों, संस्कृति एवं सृजनशीलता से भरपूर भव्य झांकी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. झांकी में बच्चों ने मोहल्ला भ्रमण किया. साथ ही यह झांकी किलकारी परिसर से निकलते हुए कचहरी ढाला, शिवपुरी, पासवान टोला, महाराणा प्रताप चौक, बम्फर चौक, पंचवटी से गंगजला होते हुए बच्चे वापस किलकारी परिसर आयी और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते पूरे परिसर को उल्लासपूर्ण माहौल से भर दिया.डीईओ ने झांकी को हरी झंडी दिखाकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
इस मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी हेमचंद्र मुख्य अतिथि के रूप में विशेष तौर पर आमंत्रित रहे. उनके आगमन पर किलकारी के बच्चों ने भव्य स्वागत नृत्य एवं पारंपरिक बिहू नृत्य प्रस्तुत कर संस्कृति की झलक को जीवंत कर दिया. इन प्रस्तुतियों ने मुख्य अतिथि सहित सभी मौजूद दर्शकों का मन मोह लिया. साथ ही मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बच्चों के साथ झांकी को हरी झंडी दिखाकर कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया. उन्होंने बच्चों की रचनात्मकता, अनुशासन, सजावट एवं प्रस्तुतियों की खुले शब्दों में प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि किलकारी बिहार बाल भवन द्वारा बच्चों को कला, संस्कृति एवं शिक्षा से जोड़ने का यह प्रयास वाकई सराहनीय है. बच्चों की प्रतिभा एवं उनकी सीखने की इच्छा आज की इस झांकी में स्पष्ट रूप से दिखायी देती है. यह संस्था बच्चों को मंच प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. उन्होंने किलकारी बिहार बाल भवन की पूरी टीम को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए किये जा रहे निरंतर प्रयासों के लिए बधाई दी. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे बच्चों द्वारा विभिन्न कार्टून कैरेक्टर्स, सांस्कृतिक स्वरूपों एवं विधा-आधारित वेशभूषाओं में सजकर प्रस्तुत की गयी झांकी रही. जिसने बच्चों की सृजनात्मकता, कल्पनाशीलता एवं प्रतिभा को सुंदर रूप से प्रदर्शित किया.प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक प्रणव भारती ने कहा कि किलकारी के इस भव्य झांकी का उद्देश्य आसपास के मोहल्ले में बच्चों के माध्यम से सकारात्मक संदेश पहुंचाना था. जिससे हमारे अभिभावक कला, खेल, विज्ञान के प्रति जागरूक हों. साथ ही समाज के सभी वर्ग के बच्चों को किलकारी बिहार बाल भवन के निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त हो पाये. आयोजन में किलकारी के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी मधु कुमारी, सहायक लेखा पदाधिकारी विश्व विजय झा, नामांकन प्रभारी मौसमी कुमारी, हस्तकला प्रशिक्षक विकास भारती, तबला प्रशिक्षक निभाष कुमार, नृत्य प्रशिक्षिका आर्ची कुमारी, कंप्यूटर प्रशिक्षिका शिखा कुमारी, चित्रकला प्रशिक्षिका अन्नू कुमारी, कराटे प्रशिक्षक राम कुमार, बाल सहयोगी आयुष राज एवं अन्य शामिल रहे. वहीं बाल भवन के नियमित, अनुशासित, सृजनशील बच्चों ने वालंटियर के रूप में सहयोग प्रदान किया. जिसमें अमित कुमार, सत्यम कुमार, अभिषेक कुमार, गौरव कुमार, कृष कुमार एवं अन्य बच्चों ने झांकी के दौरान सहयोग प्रदान किया.
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